जमशेदपुर: जिले के किसानों को कृषि की नई तकनीक की जानकारी देने के साथ-साथ सरकारी की योजनाओं का सुगमता से लाभ दिलाने के उद्देश्य से जिले के पटमदा प्रखंड में संचालित समेकित बिरसा ग्राम विकास योजना- सह- कृषक पाठशाला योजना एवं पांच अन्य प्रखड़ों में प्रस्तावित योजना के संदर्भ में समाहरणालय सभागार में जिला दण्डाधिकारी- सह- उपायुक्त श्री अनन्य मित्तल की अध्यक्षता में समीक्षात्मक बैठक ( 04 मार्च 2024) आहूत की गई।
वर्ष 2022-23 में फेज- 1 में पटमदा प्रखंड में मेसर्स. प्रगति एजुकेशनल एकेडमी द्वारा योजना का संचालन के बारे में जिला कृषि पदाधिकारी ने जानकारी दी। साथ ही वर्ष 2023-24 में फेज -2 में दो प्रखंडों कम्रश: घाटशिला एवं धालभूमगढ़ हेतु झारखंड ज्योति तथा आदर्श बाल विकास एवं शैक्षणिक संस्थान तथा फेज-3 में तीन प्रखंडों मुसाबनी, पोटका एवं बहरागोड़ा हेतु क्रमश: झारखंड ज्योति, सीड एग्रोटेक प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड एवं निर्माण डेवलपमेंट सोसाइटी को कृषि प्रक्षेत्र को हैंडओवर किया गया है। बैठक में पटमदा प्रखंड में उक्त योजना हेतु एजेंसी द्वारा कार्यरत मानवबल एवं विभिन्न क्रियाकलापों का विपत्र को अनुश्रवण समिति के द्वारा अनुमोदित किया गया।
इसे भी पढ़ें : मंत्रियों पर भी भ्रष्टाचार का मुकदमा चलना चाहिए- सरयू राय
जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त ने सभी कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं। कृषि ग्रामीण अर्थव्यवस्था का आधार है जिससे मजबूत करने के लिए राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन लगातार प्रयास कर रही है। उक्त योजना से प्रखंडों के किसानों को कृषि की नई तकनीक से अवगत करायें ताकि उत्पादन क्षमता को बढ़ा सकें।
साथ ही किसानों के बीच जैविक खेती को बढ़ावा दें ताकि फसलों की गुणवत्ता एवं भूमि की उर्वरता बनी रहे। उन्होने यह भी निर्देशित किया कि राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं से किसानों को जोड़ें, कृषि के अलावे अन्य संबद्ध क्रियाकलापों को बढ़ावा देने के लिए सरकार की योजनाओं से उन्हें जोड़ें ताकि किसानों की आय बढ़ सके। विशेषकर कृषि के साथ साथ बागवानी, बकरी पालन, मुर्गी पालन, मत्स्य पालन, गौ पालन आदि से जुड़ी योजनाओं के लिए इच्छुक किसानों को जोड़ें, साथ ही प्रगतिशील किसानों को प्रोत्साहित करें ताकि अन्य किसान इनके कृषि के अनुभवों का लाभ ले सकें।
निष्कर्ष:
जिले में आयोजित बैठक का महत्वपूर्ण निष्कर्ष यह है कि समेकित बिरसा ग्राम विकास योजना और कृषक पाठशाला योजना के माध्यम से किसानों को नई तकनीकों का परिचय देने के साथ-साथ सरकारी योजनाओं के लाभ को सुनिश्चित किया जा रहा है। इससे कृषि क्षेत्र में सुधार होगा और किसानों की आय बढ़ेगी। जिले के विकास में कृषि का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा और सरकारी योजनाओं के लाभ सभी क्षेत्रों में पहुंचेगा।