झारखंड
डालसा व व्यक्तित्व विकास संस्थान की पहल, दर्जनों घरेलू कामगार महिलाएं हुईं शामिल

📍 जमशेदपुर : अंतर्राष्ट्रीय घरेलू कामगार दिवस के अवसर पर सोमवार, 17 जून 2025 को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डालसा) जमशेदपुर के तत्वावधान में, व्यक्तित्व विकास संस्थान के सहयोग से मानगो स्थित पृथ्वी पार्क में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य घरेलू कामगार महिलाओं को उनके कानूनी अधिकारों और सरकारी योजनाओं की जानकारी देना और उन्हें स्वयं के लिए आवाज़ उठाने हेतु प्रेरित करना था।
अंतर्राष्ट्रीय घरेलू कामगार दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
मुख्य अतिथि और अतिथियों की गरिमामयी उपस्थिति:
- मुख्य अतिथि: डालसा के सचिव श्री धर्मेंद्र कुमार
- विशिष्ट अतिथि:
- पुष्पा टोप्पो – कम्युनिटी ऑर्गनाइजर, मानगो नगर निगम
- सुलोचना – स्टेट कोऑर्डिनेटर, झारखंड घरेलू कामगार यूनियन
- विजय तिवारी – वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं पुष्पगुच्छ भेंट कर अतिथियों के स्वागत से हुआ।
डालसा सचिव ने महिलाओं से की जागरूकता की अपील
डालसा सचिव धर्मेंद्र कुमार ने अपने संबोधन में कहा:
“जब तक महिलाएं अपने अधिकारों को लेकर जागरूक नहीं होंगी, वे सरकारी योजनाओं और कानूनों का लाभ नहीं उठा सकेंगी।”
उन्होंने कहा कि घरेलू कामगारों को अपने साथ होने वाले किसी भी प्रकार के उत्पीड़न का विरोध करना चाहिए, और ऐसी स्थिति में डालसा से नि:शुल्क कानूनी सहायता लेने की बात भी दोहराई।
महिला सशक्तिकरण पर उपयोगी जानकारियाँ साझा की गईं
- सुलोचना (झारखंड घरेलू कामगार यूनियन) ने घरेलू कामगारों के सामाजिक एवं आर्थिक संघर्षों का जिक्र किया और उन्हें योजनाओं से जोड़ने की आवश्यकता बताई।
- पुष्पा टोप्पो ने महिला समूह निर्माण और सरकारी लाभ प्राप्त करने की प्रक्रिया विस्तार से बताई।
- विजय तिवारी ने घरेलू कामगार महिलाओं की दशा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्हें सिर्फ घरों में ही नहीं, समाज में भी सम्मानजनक स्थान मिलना चाहिए।
🏢 संस्था की भूमिका और स्वागत भाषण
- व्यक्तित्व विकास संस्थान के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने संस्था की गतिविधियों की जानकारी दी।
- सचिव मनोज कुमार ने घरेलू कामगारों की समस्याओं पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम का स्वागत भाषण प्रस्तुत किया।
👥 उपस्थित प्रमुख महिलाएं एवं प्रतिनिधि:
ममता, लक्ष्मी, सरस्वती देवी, चंदा देवी, पदमा, कमला, उर्मिला पांडे, शीला नामता, शमा परवीन, मोहम्मद यूनुस, मोतीलाल, रविंद्र सिंह, सुनील पांडे सहित कई घरेलू कामगार महिलाएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहीं।
यह कार्यक्रम घरेलू कामगारों को सशक्त बनाने और उनके अधिकारों को सामने लाने की दिशा में एक सराहनीय कदम रहा। इस आयोजन ने यह स्पष्ट कर दिया कि जागरूकता ही सशक्तिकरण की पहली सीढ़ी है।
🖊️ रिपोर्ट: द न्यूज़ फ्रेम | जमशेदपुर ब्यूरो