नेशनल
Pahalgam terror attack : पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत का बड़ा कदम: पाकिस्तान पर कूटनीतिक और संरचनात्मक प्रहार

📍नई दिल्ली | 24 अप्रैल 2025
Pahalgam terror attack : पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के विरुद्ध एक के बाद एक कई सख्त और निर्णायक कदम उठाए हैं। इन कदमों का उद्देश्य पाकिस्तान को यह स्पष्ट संदेश देना है कि भारत अब किसी भी तरह की आतंकी कार्रवाई को “बर्दाश्त” नहीं करेगा। मंगलवार देर रात सरकार ने कई अहम फैसले लेते हुए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना रुख सख्त कर लिया।
सिंधु जल संधि निलंबित
सबसे बड़ा और ऐतिहासिक निर्णय था — 1960 की सिंधु जल संधि का तत्काल प्रभाव से निलंबन। जल शक्ति मंत्रालय ने भाखड़ा-ब्यास और क्रीश्वर डैम प्रबंधन को आदेश दिया है कि पानी की आपूर्ति को रोककर पश्चिमी दर्रों की ओर मोड़ा जाए। इसके साथ ही, चेनाब घाटी की दो प्रमुख जल विद्युत परियोजनाओं की टेंडर प्रक्रिया अगले दो हफ्तों में पूरी करने की तैयारी है।
Read More : Pahalgam terror attack: जांच में हुआ बड़ा खुलासा, तीन पाकिस्तानी और दो स्थानीय आतंकियों की पहचान
🚧 संपर्क मार्ग बंद, वीजा निलंबित
- दिल्ली-लाहौर बस सेवा और समझौता एक्सप्रेस की सभी टिकट बुकिंग रद्द कर दी गई है।
- भारत-पाक सीमा पर मालगाड़ी और यात्री सेवा बंद कर दी गई है।
- सार्क वीजा पर रोक लगाते हुए 1 मई तक सभी पाक नागरिकों को भारत छोड़ने का निर्देश दिया गया है। हवाई अड्डों पर निकास के लिए अलग काउंटर बनाए जा रहे हैं।
🕵️♂️ राजनयिकों पर सख्ती
- पाक उच्चायोग के तीन सैन्य सहायक और दो ISI लिंक अधिकारियों को देश छोड़ने के लिए 48 घंटे का समय दिया गया है।
- भारत ने इस्लामाबाद स्थित अपने पाँच अधिकारियों को वापस बुला लिया है।
- दोनों देशों के उच्चायोगों की स्टाफ संख्या को 30-30 तक सीमित कर दिया गया है।
📉 आर्थिक प्रतिबंध भी कड़े
- पाकिस्तान को दी जा रही सभी व्यापारिक रियायतें समाप्त कर दी गई हैं।
- 200% सीमा शुल्क दोबारा लागू किया गया है।
- कपास, चीनी और सीमेंट जैसे प्रमुख उत्पादों के निर्यात पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है।
⚔️ LOC और सामरिक तैयारी
- LOC व्यापार पर अस्थायी रोक लगा दी गई है जिससे 1500 करोड़ रुपये के अनौपचारिक व्यापार पर असर पड़ेगा।
- सेना, वायुसेना और नौसेना को सीमा पर ‘नो वार्निंग, फुल रिस्पॉन्स’ मोड पर रखा गया है।
- प्री-एम्प्टिव स्ट्राइक की योजना तैयार की गई है।
🌐 अंतरराष्ट्रीय समर्थन की कवायद
- भारत ने UNSC के 5 स्थायी सदस्य देशों और G-20 सहयोगियों को डिप्लोमैटिक नोट्स भेजे हैं।
- फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया ने भारत के कदम का खुला समर्थन किया है।
🏠 सीमा पर बसे नागरिकों की सुरक्षा
गृह मंत्रालय ने पंजाब, राजस्थान, गुजरात और जम्मू-कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे क्षेत्रों में राहत शिविर तैयार रखने के निर्देश दिए हैं।
🔥 प्रधानमंत्री का संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ शब्दों में कहा:
“राष्ट्र की सुरक्षा सर्वोच्च है। हर हमला जवाब मांगता है और भारत जवाब देगा।”
पहलगाम में शहीद हुए 17 जवानों को राष्ट्रीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। देश इस समय गम और गुस्से में है, और सरकार का यह सख्त रुख आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक संघर्ष की शुरुआत मानी जा रही है।