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झारखंड

संगत को गुमराह कर रहे पूर्व ‘सेलेक्टेड’ प्रधान; कहाँ गए 60 लाख, हिसाब दे मंटू: गोल्डू

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गोल्डू का प्रहार, मंटू पर लगाए वित्तीय अनिमिताओं के गंभीर आरोप; कहा यदि वे गोलक को हाथ नहीं लगाया तो गोलक सफाया करने वालों का नाम करें उजागर

जमशेदपुर: साकची गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान पद के चुनाव में कभी हरविंदर सिंह मंटू गुट के साथी रहे सतबीर सिंह गोल्डू ने मंटू पर उनके कार्यकाल में भारी वित्तीय अनिमिताओं और संगत को गुमराह करने का संगीन आरोप लगाया है। रविवार को हरविंदर सिंह मंटू पर प्रहार करते हुए सतबीर सिंह गोल्डू ने कहा है कि मंटू ने लगभग छः वर्षों तक ‘सेलेक्टेड’ प्रधान के रूप में शासन किया और इस कालांतर में 60 लाख रूपये का हिसाब उन्हें संगत को देना है।

गोल्डू ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि, इस चुनाव में वे हरविंदर सिंह मंटू के साथ थे परन्तु उन्होंने पाया कि मंटू गुट के कुछ नजदीकी जोगिन्दर सिंह जोगी और राजू मारवाह इस चुनाव में झूठ की दूकान चला रहे हैं और केवल और केवल झूठ का सहारे चुनाव लड़ना चाहते है और बिना किसी तथ्य के हिसाब को लेकर साकची कमिटी ही नहीं बल्कि पूरी कौम की बदनामी और दुष्प्रचार कर रहें हैं। इसलिए वे सच के साथ यानि निशान सिंह के साथ आ गए और कंधे से कंधा मिलाकर उनके पक्ष में अडिग खड़े हो गए।

गोल्डू ने कहा झूठ का पुलिंदा पर परत दर परत खोलना अत्यंत आवशयक हो गया है क्योकिं हरविंदर सिंह मंटू द्वारा संगत को लगातार गुमराह किया जा रहा है। गोल्डू ने बताया कि उनके पास जो भी आधिकारिक आंकड़े हैं उस हिसाब से ‘सेलेक्टेड’ प्रधान के रूप में हरविंदर सिंह मंटू के कार्यकाल के दौरान गुरु घर की गोलक की धनराशि का प्रत्येक वर्ष केवल ह्राष ही हुआ है, जो जांच का विषय है। मंटू के कार्यकाल में अप्रैल 2016 से मार्च 2017 में गोलक की धनराशि 13,04,860 लाख प्राप्त हुयी बताई जाती है जिसमे हर वर्ष ह्राष दिखाया गया और उनके कार्यकाल के अंतिम वर्ष में गोलक की धनराशि और घटकर केवल 10,66,525 लाख रह गयी।

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वहीँ, निशान सिंह के केवल तीन वर्ष की सेवा में प्रत्येक वर्ष 26 लाख से ऊपर ही गुरु घर की गोलक प्राप्त हुयी है, उस हिसाब से मंटू कार्यकाल के छः वर्ष में प्रत्येक साल करीब 10 लाख धन राशि कम की गोलक आमदनी दिखायी गयी है, इस हिसाब छः वर्षों में प्रत्येक वर्ष 10 लाख के हिसाब से साठ लाख बनते है, तो अब मंटू बताये की 60 लाख धन राशि कहाँ गयी? इस बात का जवाब दे हरविंदर सिंह मंटू।

सतबीर सिंह गोल्डू ने कहा कि हरविंदर सिंह मंटू ने कई मौकों पर पर कहा है कि वे गुरु की गोलक को हाथ नहीं लगाते थे परन्तु यहाँ तो ऐसा प्रतीत होता है कि मंटू के सहयोगियों ने गुरु की गोलक पर पूरा हाथ ही साफ़ कर दिया गया है। गोल्डू ने मंटू को आरोपित ठहराते हुए कहा कि यदि वे गोलक को हाथ नहीं लगाते थे तो उनलोगों का नाम जल्द से जल्द उजागर करें जिन्होंने गुरु की गोलक का सफाया किया है।

गोल्डू ने कहा वे रोजाना संगत से मिल रहे है और पैसों के इतने बड़े अंतर की जानकारी मिलने पर संगत भड़क गयी है, और संगत हरविंदर सिंह मंटू से सवाल पूछ रही है। संगत का कहना है कि गुरुद्वारा भी वही है और संगत भी वही है तो फिर गुरु की गोलक की धनराशि में अंतर कैसे?

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