मानगो ओल्ड पुरुलिया रोड में फर्जी डॉक्टरों का बोलबाला, बिना उचित डिग्री के कर रहे इलाज।
जमशेदपुर: शहर के ओल्ड पुरुलिया रोड में फर्जी डॉक्टरों द्वारा बिना किसी मान्यता प्राप्त डिग्री के मरीजों का इलाज करने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। ये डॉक्टर न सिर्फ MBBS जैसी डिग्रियों का झूठा दावा कर रहे हैं, बल्कि बिना किसी उचित योग्यता के अंग्रेजी दवाओं और चिकित्सा पद्धतियों का उपयोग भी कर रहे हैं, जिससे मरीजों की जान खतरे में पड़ रही है।
सिविल सर्जन जुझार मांझी ने स्पष्ट किया कि जिनके पास RMP (रजिस्टर्ड मेडिकल प्रैक्टिशनर) का प्रमाण नहीं है, उन्हें फर्जी डॉक्टर माना जाएगा। कई डॉक्टर आयुर्वेद और अल्टरनेटिव मेडिसिन की डिग्री लेकर एलोपैथिक इलाज कर रहे हैं, जो नियमों के खिलाफ है।
इस मामले में IMA (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) भी सक्रिय है और उसने इन फर्जी डॉक्टरों की सूची जारी कर दी है। IMA जमशेदपुर ने नगर प्रशासन को भी इस गंभीर स्थिति की जानकारी दी है, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
पत्रकारों की एक टीम ने जब मानगो ओल्ड पुरुलिया रोड के कुछ चिकित्सा केंद्रों का दौरा किया, तो कई फर्जी डॉक्टरों से बात हुई। जब उनकी गलतियाँ पकड़ी गईं, तो उन्होंने अपने बचाव के लिए अपने कुछ साथियों का हवाला दिया।
बता दें, फर्जी डॉक्टर कम फीस में मरीजों का इलाज करते हैं, लेकिन गंभीर स्थिति होने पर उन्हें सही उपचार नहीं मिल पाता, जिससे जानलेवा समस्याएँ खड़ी हो जाती हैं।
IMA और सिविल सर्जन ने इस पर कड़ी कार्रवाई की माँग की है, ताकि फर्जी और अयोग्य डॉक्टरों से जनता की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
ओल्ड पुरुलिया रोड के कई मेडिकलों में बैठते है फर्जी डॉक्टर।
ओल्ड पुरुलिया रोड पर फर्जी डॉक्टरों का कब्जा, आयुर्वेद की डिग्री लेकर बन रहे – MBBS
ओल्ड पुरुलिया रोड पर स्थित कई मेडिकल क्लीनिकों में फर्जी डॉक्टर धड़ल्ले से मरीजों का इलाज कर रहे हैं। इन डॉक्टरों के पास आयुर्वेद या अल्टरनेटिव मेडिसिन की डिग्रियाँ हैं, लेकिन वे खुद को MBBS डॉक्टर के रूप में पेश कर रहे हैं। ये लोग बिना उचित योग्यता के एलोपैथिक दवाइयाँ और उपचार दे रहे हैं, जो मरीजों के जीवन के साथ गंभीर खिलवाड़ है। फर्जी डॉक्टर कम फीस लेकर इलाज करते हैं। साथ ही मेडिसिन भी देते है। लेकिन जब मरीज की जान आफत में आ जाती है तब मुश्किल में पड़ जाते हैं।
अल्टरनेटिव मेडिसिन का अर्थ होता है बिना अंग्रेजी दवाओं का इलाज, जैसे एक्यूप्रेशर, एक्यूपंक्चर, नेचुरोपैथी, होम्योपैथी, और आयुर्वेद। लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि ये डॉक्टर अपनी अल्टरनेटिव मेडिसिन की डिग्री का सहारा लेकर अंग्रेजी दवाइयाँ और एलोपैथिक इलाज कर रहे हैं। बिना क्लिनिकल स्टैब्लिशमेंट एक्ट के तहत रजिस्ट्रेशन के ये लोग क्लिनिक चला रहे हैं, जहाँ मरीजों को गलत तरीके से अंग्रेजी दवाएँ दी जा रही हैं।
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IMA (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) ने इस मामले पर कड़ा रुख अपनाते हुए फर्जी डॉक्टरों की सूची नगर प्रशासन को सौंपी है। इसके बावजूद प्रशासन की ओर से अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। पत्रकारों की एक टीम ने जब मानगो ओल्ड पुरुलिया रोड के कुछ मेडिकलों का दौरा किया, तो वहाँ मौजूद फर्जी डॉक्टरों ने पहले अपनी सफाई दी, लेकिन जब उनकी असलियत सामने आई, तो उन्होंने अन्य पत्रकारों से फोन कर खुद को बचाने की मदद माँगी। उधर से फोन में जवाब आया हमारा पहचान वाला डॉक्टर है और ये मेरी छत्र छाया में है, जो सही है।
कुछ प्रमुख नामों में चेपापुल स्थित महलइन होटल के सिटी केयर मेडिकल के डॉक्टर आर के सिंह (आयुर्वेदिक डॉक्टर), उससे थोड़ा आगे एम ओ एकेडमी के सामने ब्रदर्स मेडिकल के पीछे डॉक्टर शुभेंदु कुमार (अल्टरनेटिव मेडिसिन) और डॉक्टर अजीमुल हक (अल्टरनेटिव मेडिसिन) शामिल हैं। ये सभी फर्जी डॉक्टर कम फीस में इलाज करते हैं और गलत तरीके से अंग्रेजी दवाइयाँ मरीजों को दे रहे हैं, जिससे कई बार मरीजों की स्थिति गंभीर हो जाती है। वहीँ डॉक्टर अजीमुल हक मरीजों को सुई और सलाइन तक दे रहे हैं। एक प्रकार से बिना क्लिनिकल स्टैब्लिसमेंट के क्लिनिक चला रहे हैं। जबकि इस तरह से मरीजों का इलाज करने के लिए ये डिग्री धारी नहीं हैं।
इनके सम्बन्ध में IMA ने सिविल सर्जन और नगर प्रशासन से भी मुलाकात कर जानकारी साझा की है।
IMA और सिविल सर्जन ने प्रशासन से माँग की है कि फर्जी डॉक्टरों पर कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि जनता को सुरक्षित रखा जा सके। प्रश्न यह है कि आखिर कब तक ये फर्जी डॉक्टर लोगों की जान से खेलते रहेंगे, और कब तक प्रशासन इस पर मौन रहेगा?
उदाहरण के तौर पर कहूँ तो मैंने पढ़ाई की है मैकेनिकल इंजीनियरिंग की लेकिन काम कर रहा हूँ कैमिकल इंजीनियरिंग की। अब ब्लास्ट तो होना स्वाभाविक है। हालांकि देखना यह है कि फर्जी एवं छोला छाप डॉक्टरों से समाज को भला बचायेगा कौन?