रांची | झारखण्ड
भाकपा माले के झारखंड राज्य सचिव मनोज भक्त और पार्टी विधायक कॉ विनोद कुमार सिंह ने पार्टी राज्य कार्यालय रांची में संवाददाता सम्मेलन किया. मनोज भक्त ने कहा है कि ईडी के जोर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से इस्तीफा दिलवाना मोदी सरकार का झारखंड और लोकतंत्र पर फासीवादी हमला है. यह स्पष्ट है कि ईडी की तमाम कार्रवाइयां भाजपा और मोदी सरकार के राजनीतिक स्वार्थ से निर्देशित हैं और ईडी न्यायिक-विधिक प्रक्रियाओं की भी अनदेखी कर रही है. राज्य की जनता मोदी सरकार द्वारा किए गए हमले से आहत और अपना प्रतिवाद अभिव्यक्त कर रही है. भाकपा माले लोकतंत्र और झारखंड के जनादेश की रक्षा के लिए सड़कों पर प्रतिवाद करेगी.
विधायक विनोद सिंह ने कहा कि भाकपा माले सत्तासीन गठबंधन के विधायक दल के नेता चंपई सोरेन को सरकार गठन के लिए अपना पूर्ण समर्थन दिया है. राज्यपाल का अब तक का रूख भी संवैधानिक लिहाज से स्वस्थ नहीं है. गठबंधन के विधायकों से मिलने से राज्यपाल का इंकार किया जाना कई आशंकाओं को राज्य में पैदा कर रहा है. बहुमत के साथ सरकार गठन का श्री चंपई सोरेन द्वारा दावा के बावजूद राज्यपाल की चुप्पी रहस्यमय है और यह झारखंड में जान-बूझ कर संकट बढ़ाने की मंशा से प्रेरित है. राज्यपाल अविलंब माननीय चंपई सोरेन को सरकार गठन के लिए निमंत्रण दे.
पिछले चार साल इस बात का गवाह है कि मोदी सरकार झारखंड की जनादेश प्राप्त सरकार को संकट में डालने के लिए लगातार राज्यपालों, केंद्र की आर्थिक पाबंदियों और भाजपा के अफवाह-मशीनरी का इस्तेमाल करती रही है. राज्य सरकार के कल्याणकारी कदमों और नीतियों को येन-केन-प्रकारेण निरस्त करने के लिए हर तरह के हथकंडों का इस्तेमाल भाजपा और मोदी सरकार करती है. झारखंडियों के अधिकारों पर हमला करने में भाजपा हमेशा आगे रही है. झारखंड की जनता देख रही है कि झारखंड को भ्रष्टाचार और लूट की खाई में धकेलने वाले पूर्व मुख्यमंत्रियों को राज्यपाल, केंद्रीय मंत्री और पार्टी पदों से मोदी सरकार और भाजपा नवाज रही है. झारखंड की जनता अपने हक-अधिकार की रक्षा के लिए फासीवाद विरोधी लोकतांत्रिक आंदोलनों को तेज करेगी. संवाददाता सम्मेलन में पार्टी पोलितब्यूरो सदस्य व वरिष्ठ नेता जनार्दन प्रसाद भी उपस्थित थे.