झारखंड
Operation Sindoor की गूंज और भारतीय सेना का पराक्रम: जमशेदपुर में निकाली गई गौरवमयी तिरंगा रैली

Echo of Operation Sindoor and the valor of Indian Army: A glorious tricolor rally was taken out in Jamshedpur
✊ “भारत की तरफ अंगुली उठाने वालों के जनाजे में रोने वाले भी नहीं होंगे”
जमशेदपुर । भारतीय सेना के शौर्य, बलिदान और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसी ऐतिहासिक सैन्य कार्रवाई की गौरवगाथा को सलामी देने के लिए आज जमशेदपुर की धरती देशभक्ति के रंग में रंग गई। अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद, जमशेदपुर के तत्वावधान में जुबली पार्क के आम मैदान से एक भव्य तिरंगा रैली निकाली गई, जिसमें हजारों पूर्व सैनिकों, युवाओं और नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
रैली की अगुवाई परिषद अध्यक्ष विनय कुमार यादव और महामंत्री जितेन्द्र कुमार सिंह ने की। इस दौरान पूरे जोश के साथ ‘भारत माता की जय’, ‘वंदे मातरम्’, ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ और ‘सशस्त्र बल जिंदाबाद’ के गगनभेदी नारे गूंजते रहे। लोगों के हाथों में लहराते तिरंगे और आंखों में सैनिकों के प्रति सम्मान स्पष्ट झलक रहा था।
✨ ऑपरेशन सिंदूर: 50 वर्षों में जो असंभव था, भारत ने संभव कर दिखाया
महामंत्री जितेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना की उस वीरता का प्रतीक है, जिसने आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक हमला करते हुए पाकिस्तान को न सिर्फ सैन्य रूप से झटका दिया बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी अलग-थलग कर दिया। यह पहली बार हुआ जब किसी ने परमाणु संपन्न देश में घुसकर ऐसा साहसिक ऑपरेशन किया।
पूर्व सैनिक सुखविंदर सिंह ने कहा,
“भारतीय सेना ने यह साबित कर दिया कि आतंकवाद चाहे कहीं भी छिपा हो, भारत उसे ढूंढ कर मिट्टी में मिला देगा। ऑपरेशन सिंदूर, सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक — ये सब एक ही नीति का हिस्सा हैं: आतंक को जड़ से खत्म करना।”
वीडियो देखें :
🪖 सेना पर गर्व, सरकार के संकल्प का समर्थन
पूर्व सैनिक मनोज कुमार सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी के कथन “घुस कर मारेंगे” को याद करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर उसी संकल्प का क्रियान्वयन है। उन्होंने कहा कि
सेना ने जोश, जुनून और योजना के साथ पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया।
सत्येन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि
इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान पर सिंधु जल समझौते को निलंबित करने और आर्थिक प्रतिबंध लगाने जैसे ठोस कदम भी उठाए गए, जिससे साफ है कि भारत अब आतंकवाद को सहन नहीं करेगा।
💬 पूर्व सैनिकों ने दिखाई एकजुटता, वीरता को किया नमन
इस रैली में पूर्व सैनिकों और समाज के अन्य प्रमुख नागरिकों ने बड़ी संख्या में भाग लिया, जिनमें शामिल थे:
विनय कुमार यादव, एलबी सिंह, नवीन कुमार सिन्हा, नवल किशोर पाठक, प्रेमनाथ सिंह, शशिभूषण सिंह, किशोरी प्रसाद, अमरनाथ ढोके, सिद्धनाथ कुमार, जसबीर सिंह, केएम सिंह, मुकेश कुमार सिंह, उमेश कुमार सिंह, विजय कुमार, मोहन दुबे, डीएन सिंह, संतोष कुमार सिंह, नवीन कुमार, जेडी सिंह, मनोज कुमार गोविंदपुर, एसके सिंह, बीसी हसदा, अनुपम शर्मा और अमरेंद्र जी।
इन सभी ने भारत की सैन्य नीति, आतंकवाद के विरुद्ध कार्रवाई और सरकार की रणनीति को खुलकर समर्थन दिया। साथ ही युवाओं से अपील की कि वे देश की सुरक्षा और अखंडता के लिए सशस्त्र बलों का सम्मान करें।
🔚 निष्कर्ष: तिरंगे की शपथ, देश की रक्षा का प्रण
यह रैली सिर्फ एक प्रदर्शन नहीं बल्कि भारत के जवानों के प्रति अडिग आस्था, देश की सुरक्षा के लिए संकल्प और उन वीरों के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक थी, जिन्होंने राष्ट्र की खातिर अपना सर्वस्व अर्पित कर दिया।
👉 संदेश स्पष्ट था: भारत अब आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा और सेना के साथ पूरा देश एकजुट होकर खड़ा है।