जमशेदपुर: कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) जमशेदपुर में कई समस्याओं का सामना कर रहा है, जिसमें सिर्फ समस्या ही समस्या बनी है। कल से डायलिसिस की सुविधा भी बंद हो गई है। न दवा, न इलाज संबंधित सुविधाएं, लंबी लंबी कतारें लगाने के बावजूद भी गरीब मजदूर इलाज के लिए यहाँ आते हैं, परंतु सरकार के द्वारा हर दिन नई-नई घोषणाओं के बावजूद भी प्राथमिक सुविधा यहाँ नहीं मिल पा रही है। डायलिसिस की सुविधा बंद होने के कारण मरीजों में परेशानी बढ़ गई है। वे हर रोज इधर-उधर भटक रहे हैं, स्थानीय अस्पतालों में इलाज की सुविधा बंद कर दी गई है। मरीज बेरोजगारी और भुखमरी की समस्या के बीच डायलिसिस की सेवा बंद होने से प्राइवेट में इलाज करवाने के लिए पैसों की व्यवस्था कहां से करेंगे। केंद्र सरकार को इस बारे में पहले ही काम करना चाहिए था।
बेरोजगारी के अलावा अस्थाई मजदूर जिनके परिवार को किसी भी स्वास्थ्य संबंधित समस्या के दौरान इसी स्थान पर इलाज करवाने की आवश्यकता होती है, वे बाध्य हैं। अस्पताल में कोई भी सुविधा नहीं है, लोग उसे अस्पताल में जाने से डर रहे हैं। केंद्र सरकार और संबंधित पदाधिकारियों से अपील है कि ईएसआई अस्पताल की समस्याओं को ध्यान में रखकर उनकी सुविधाएं पुनः सक्रिय की जाएं, अन्यथा हमें इसके लिए लड़ाई लड़ने और प्रदर्शन करने की मजबूरी होगी।
इस अवसर पर टिनप्लेट यूनियन के उपाध्यक्ष और इंटक नेता परविंदर सिंह सोहल, महामंत्री मनोज कुमार सिंह, सतनाम सिंह, मुन्ना खान, गौतम डे, वकील खान, ऐ रमेश राव, संजय कुमार सिंह, भूपेंद्र कुमार सिंह, गुरदीप सिंह काके, जसवंत सिंह जस्सी, बिनोद कुमार सिंह, इंटक नेता डी एन पांडे, शिवा राजू, एस एस राजू, अमरजीत सिंह, विश्वजीत चक्रबर्ती, बलविंदर सिंह, बिजेंद्र झा, नवल सिंह, दीप सिंह, और कई मजदूर नेता उपस्थित थे।
यह भी पढ़ें : महाशिवरात्रि के अवसर पर भव्य शिव बारात का आयोजन