झारखंड
एक्शन मोड में DC श्री कर्ण सत्यार्थी

- हर सप्ताह जारी रहेगा निगरानी अभियान, योजनाओं की ज़मीनी हकीकत से रूबरू हो रहा प्रशासन
- नोडल पदाधिकारियों ने पंचायतों और शहरी वार्डों में की निरीक्षण यात्रा
📍 पूर्वी सिंहभूम : जिला प्रशासन अब योजनाओं की काग़ज़ी समीक्षा के बजाय ज़मीनी सच्चाई पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। उपायुक्त श्री कर्ण सत्यार्थी के निर्देशानुसार शनिवार को जिले के विभिन्न प्रखंडों और नगर निकाय क्षेत्रों में नोडल पदाधिकारियों द्वारा गहन निरीक्षण अभियान चलाया गया। इस निरीक्षण का उद्देश्य सरकारी योजनाओं की प्रगति और नागरिकों को दी जा रही सेवाओं की वास्तविक स्थिति की समीक्षा और सुधार करना था।
🔍 क्या-क्या देखा गया निरीक्षण में?
निरीक्षण के दौरान नोडल अधिकारियों ने ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के:
- आंगनबाड़ी केंद्र
- विद्यालय
- स्वास्थ्य उपकेंद्र
- जन वितरण प्रणाली की दुकानें (PDS)
- मनरेगा कार्यस्थल
- पंचायत भवन
का दौरा कर वहाँ की सुविधाओं, सेवाओं की उपलब्धता और गुणवत्ता की बारीकी से जांच की।
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📌 किस अधिकारी ने कहाँ किया निरीक्षण?
- श्री दीपांकर चौधरी (परियोजना निदेशक, आईटीडीए) – धरमबहाल (घाटशिला)
- श्रीमती शताब्दी मजूमदार (अनुमंडल पदाधिकारी, धालभूम) – मुकरूडीह (बोड़ाम)
- श्री भगीरथ प्रसाद (अपर उपायुक्त) – महुलबना (पटमदा)
- एनईपी निदेशक – भालकी पंचायत (गुड़ाबांदा)
- डीसीएलआर (घाटशिला) – पाटपुर (बहरागोड़ा)
- एसओआर – चुकरीपाड़ा (धालभूमगढ़)
- जिला आपूर्ति पदाधिकारी – कुमड़ाशोल (डुमरिया)
- डीसीएलआर (धालभूम) – कुलडीहा पंचायत (पोटका)
- जिला पंचायत राज पदाधिकारी – जमशेदपुर अक्षेस
- जिला परिवहन पदाधिकारी – जुगसलाई नगर परिषद
- जिला भू-अर्जन पदाधिकारी – मानगो नगर निगम के वार्ड
🗣️ क्या बोले उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी?
“निरीक्षण अभियान का मुख्य उद्देश्य योजनाओं की सटीक समीक्षा करना ही नहीं है, बल्कि समस्याओं की पहचान कर त्वरित समाधान सुनिश्चित करना भी है। हमें यह तय करना है कि
- बच्चों को आंगनबाड़ी में पोषण युक्त आहार मिले,
- विद्यालयों में पढ़ाई नियमित हो,
- स्वास्थ्य केंद्रों में दवाएं उपलब्ध हों,
- और PDS दुकानों से समय पर खाद्यान्न वितरण हो।”
उपायुक्त ने सभी नोडल अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे निरीक्षण के बाद समस्या-आधारित कार्रवाई को प्राथमिकता पर लें और अपने निष्कर्षों को रिपोर्ट के रूप में सौंपें।
✅ क्यों है यह अभियान महत्वपूर्ण?
- यह सरकार की जवाबदेही को मज़बूत करता है।
- लापरवाही पर लगाम लगाने में सहायक है।
- जनता के विश्वास को मज़बूती देता है।
- सेवाओं की गुणवत्ता में सकारात्मक सुधार लाता है।
📢 यह सतत निरीक्षण अभियान प्रशासनिक कार्यशैली में पारदर्शिता और तत्परता को दर्शाता है, जो भविष्य में ज़िले के समग्र विकास के लिए एक मजबूत आधार बन सकता है।