जमशेदपुर: पूर्व सांसद और कांग्रेस के वरीय नेता डॉ. अजय कुमार ने रविवार को एक प्रेस बयान में कहा कि झारखंड की इंडिया गठबंधन सरकार ने किसानों, मजदूरों, महिलाओं और युवाओं के मान-सम्मान को बढ़ाने के लिए कई जनकल्याणकारी योजनाओं की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं का लाभ राज्य की जनता को मिल रहा है।
डॉ. अजय ने बताया कि 2014 से 2019 के भाजपा शासनकाल के दौरान मजदूरों की न्यूनतम मजदूरी में कोई वृद्धि नहीं की गई थी, जिससे बढ़ती महंगाई के बीच मजदूरों की स्थिति और खराब हो गई थी। लेकिन हेमंत सरकार ने न्यूनतम मजदूरी में वृद्धि कर मजदूरों को राहत प्रदान की है। उन्होंने कहा कि जहां 2014 से 2019 तक कुशल मजदूरों की मजदूरी 486.84 रुपये थी, वहीं हेमंत सरकार ने इसे बढ़ाकर 700 रुपये कर दिया। इससे मजदूरों के जीवन स्तर में सुधार हुआ है।
महिलाओं को मिली आर्थिक आजादी
हेमंत सरकार ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए ‘मैयाँ सम्मान योजना’ की शुरुआत की है। इस योजना के तहत 21 से 50 वर्ष तक की प्रत्येक महिला को प्रति माह एक हजार रुपये दिए जाएंगे। पहली किश्त 19 अगस्त को रक्षाबंधन के अवसर पर दी जाएगी। इस योजना से महिलाओं को आर्थिक मजबूती मिलेगी।
इसके अलावा, झारखंड के लोगों को प्रति माह 200 यूनिट बिजली मुफ्त दी जा रही है, जिससे आम जनता को काफी राहत मिली है।
किसानों और युवाओं के लिए राहत
डॉ. अजय ने बताया कि किसानों के लिए दो लाख तक के ऋण माफ किए गए हैं। साथ ही, किसानों को कम कीमत पर बीज और खाद उपलब्ध कराने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।
बेरोजगारी की समस्या को ध्यान में रखते हुए, हेमंत सरकार ने युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाए हैं। अक्टूबर तक 25 हजार से ज्यादा पदों पर नियुक्ति की जाएगी। इसके साथ ही, 8वीं से 12वीं कक्षा की छात्राओं को 40 हजार रुपये का अनुदान दिया जा रहा है। उच्च शिक्षा के लिए ‘झारखंड गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना 2024’ की शुरुआत की गई है, जिसके तहत युवाओं को चार प्रतिशत ब्याज दर पर 15 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन मिलेगा। यह योजना देश के किसी भी राज्य में उच्च शिक्षण संस्थान के लिए मान्य होगी।
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