जमशेदपुर : दिनांक 02/06/2024 ,रविवार को सी एम सम्मानित झारखण्ड आंदोलनकारी स्वर्गीय रामदास माहली की 14वीं पुण्यतिथि उनके पैतृक आवास लीपुडीह में उनके तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि देकर मनाई गई।आंदोलनकारी रामदास माहली जिन्होंने झारखण्ड अलग राज्य की लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाई जिसके फलस्वरूप विगत वर्ष 15 नवंबर 2008 को तत्कालीन मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की सरकार में राज्य के प्रमुख आंदोलनकारी दिशोम गुरु शिबू सोरेन, आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव, की उपस्थिति में तत्कालीन मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने प्रसस्ति पत्र देकर सम्मानित किया था।
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झारखंड आंदोलनकारी स्वर्गीय रामदास माहली के ऊपर झारखंड आंदोलन के तीन दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हुए। तीन बार घर की कुर्की जब्ती हुई।कई बार जेल की यात्रा करनी पड़ी।शारीरिक यातनाए सहनी पड़ी, परंतु इतनी यातनाएं सहने के बाद भी प्रसाशन उनके इरादे को कमजोर ना कर सकी।अंततः 02 जून 2010 को एम जी एम में इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
तब से लेकर आज तक इन 14 वर्षों में उनकी दीदी रीता हेम्ब्रम जिन्होंने हर पल अपने छोटे भाई की देख रेख तन मन धन से की, वो आज भी अपने भाई की कुर्बानियों का उचित सम्मान की आस लगाए जी रही है। दुर्भाग्य की बात है कि रामदास माहली को अभी तक झारखंड सरकार की ओर से पेंशन एवं अन्य किसी भी तरह की कोई सहायता प्राप्त नही हुई।झारखण्ड सरकार को इसपर विचार करने की आवश्यकता है।
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मौके पर स्वर्गीय रामदास माहली की दीदी रीता हेम्ब्रम, आनन्द हेम्ब्रम,कान्हू सामन्त, प्रियनाथ बास्के, नसीम बक्श, शेख इस्लाम, सोबेन हांसदा,गुरुदेव हेम्ब्रम, स्वरूप भट्टाचार्य, बिजोया भट्टाचार्य,ऋषि हेम्ब्रम, सुनीता किस्कु, दीपा महाकुड़,परिवार के सदस्य एवं गांव के 50 से ज्यादा बच्चे उपस्थित थे।बच्चों को पुण्यतिथि के अवसर पर खिचड़ी भोग का वितरण किया गया।