क्राइम
48 घंटे में बड़ी सफलता: जुगसलाई थाना की तत्परता से घर में हुई चोरी का खुलासा, शातिर चोर ‘मो. चाँद उर्फ लंगड़ा’ गिरफ्तार

📍 जमशेदपुर (जुगसलाई): जुगसलाई थाना अंतर्गत काली स्थान रोड निवासी तनवीर आलम के घर में हुई चोरी की गुत्थी पुलिस ने महज 48 घंटे में सुलझा ली है। घटना में संलिप्त शातिर अपराधी मो. चाँद उर्फ लंगड़ा (उम्र-25 वर्ष) को गिरफ्तार कर चोरी गए सभी सामान बरामद कर लिए गए हैं।
घटना का विवरण:
दिनांक 14 जून 2025 को वादी तनवीर आलम ने थाना में लिखित शिकायत दी थी कि एक अज्ञात व्यक्ति उनके घर में घुसकर जेवरात और इलेक्ट्रॉनिक सामान की चोरी कर ले गया।
जांच के दौरान CCTV फुटेज से आरोपी की पहचान मो. चाँद उर्फ लंगड़ा के रूप में की गई, जिसके खिलाफ जुगसलाई थाना कांड संख्या-69/25, धारा-331(4)/305 BNS के तहत मामला दर्ज किया गया।
गिरफ्तारी व बरामदगी:
वरिष्ठ पुलिस पदाधिकारियों के निर्देश पर गठित छापामारी दल ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए मो. चाँद को उसके ठिकाने से गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने अपराध स्वीकार कर लिया और चोरी गए सभी सामान पुलिस ने उसके पास से बरामद कर लिए।
📦 बरामद सामान की सूची:
- Realme कंपनी का टैब
- चांदी का जोड़ा पायल
- चांदी की चेन
- लेडिज पर्स
- नगद ₹320/-
- आधार कार्ड
गिरफ्तार अपराधी का नाम व पता:
- मो. चाँद उर्फ लंगड़ा, पिता- मो. जब्बार
- पता: गौरी शंकर रोड, गरीब नवाज कॉलोनी, थाना-जुगसलाई, जिला- पूर्वी सिंहभूम (जमशेदपुर)
अपराधिक इतिहास (7 जिलों में 8 मामले दर्ज):
बिष्टुपुर थाना कांड सं. 196/21 – धारा 379/411
टाटानगर थाना – दो मामले (116/24, 25/24)
खरसाँवा थाना – दो मामले (55/19, 49/22)
जुगसलाई थाना – दो मामले (123/22, 21/25 – NDPS एक्ट)
आदित्यपुर थाना – कांड सं. 83/24
👮♂ छापामारी दल में शामिल अधिकारी:
- पु.अ.नि. गौतम कुमार
- पु.अ.नि. सुमित लकड़ा
- पु.अ.नि. गोपाल रजवार
- पु.अ.नि. कृष्ण कुमार यादव
- स.अ.नि. अनास्तिसुयस भँगरा
- आरक्षी-664 गोधन राम
🔍 विशेष बिंदु:
- 48 घंटे के भीतर पुलिस ने न सिर्फ आरोपी को गिरफ्तार किया बल्कि सारे चोरी के सामानों की बरामदगी कर ली।
- आरोपी एक शातिर अपराधी है, जो अलग-अलग थाना क्षेत्रों में चोरी, लूट व अन्य आपराधिक घटनाओं में संलिप्त रहा है।
जुगसलाई पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई को लेकर आम जनता में राहत की भावना है, वहीं अपराधियों के लिए यह एक कड़ा संदेश भी है कि कानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं।