झारखंड
राजस्थान के जैसलमेर से बड़ा जासूसी नेटवर्क उजागर

🕵️ राजस्थान के जैसलमेर से बड़ा जासूसी नेटवर्क उजागर: पूर्व मंत्री का सचिव शकूर खां गिरफ्तार, सेना की सूचनाएं पाकिस्तान भेजने का आरोप
📍 स्थान: जैसलमेर, राजस्थान
👤 आरोपी: शकूर खां – पूर्व मंत्री का निजी सचिव
🏛️ पूर्व संबंध: विधायक एवं मंत्री शाले मोहम्मद के साथ 2009–2013
🛑 वर्तमान स्थिति: जयपुर में गहन पूछताछ जारी
🔥 थ्रिलर जैसी जासूसी कहानी, जो हकीकत में बदल गई
राजस्थान की सुनहरी रेत के बीच बसा जैसलमेर का एक छोटा गांव आज देश के सबसे बड़े जासूसी मामलों में से एक का केंद्र बन गया है। शकूर खां नाम के शख्स को देशद्रोह और जासूसी के गंभीर आरोपों में गिरफ्तार किया गया है। उसकी गिरफ्तारी से भारतीय सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया है।
📌 जांच में अब तक क्या-क्या सामने आया?
- शकूर खां ने सरकारी कर्मचारी के रूप में रहते हुए भारतीय सेना और सीमावर्ती क्षेत्रों की गोपनीय जानकारी पाकिस्तान को भेजी।
- वह सीमावर्ती क्षेत्रों में होने वाली सरकारी बैठकों में शामिल होकर गोपनीय सूचनाएं एकत्र करता था।
- इसके बदले में उसे पाकिस्तान से बड़ी रकम मिलती थी, जो उसके तीन अलग-अलग बैंक खातों में जमा होती थी।
- अब तक की जांच में सामने आया है कि वह सात बार पाकिस्तान जा चुका है, और सिंध प्रांत में उसके रिश्तेदार हैं।
- उसके मोबाइल से पाकिस्तानी नंबरों की लिस्ट और डिलीट किए गए दस्तावेज मिले हैं।
- शक है कि उसका संबंध हाल ही में गिरफ्तार महिला जासूस ज्योति मल्होत्रा से भी हो सकता है।
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🛫 सेना की सूचनाएं लीक करने का आरोप
शकूर खां पर सेना की फायरिंग रेंज, चांदन एयरबेस, और सीमावर्ती चौकियों की गतिविधियों को पाकिस्तान को बताने का आरोप है। यह सारी जानकारियां वह डिजिटल माध्यम से भेजता था, जिसके सबूत एजेंसियों को उसके मोबाइल और ईमेल से मिल सकते हैं।
🧾 राजनीतिक कनेक्शन ने जांच को बनाया और गंभीर
शकूर खां पूर्व मंत्री शाले मोहम्मद के साथ 2009 से 2013 तक निजी सचिव के रूप में कार्यरत था।
उस दौरान वह सरकारी बैठकों, सेना के कार्यक्रमों और संवेदनशील जगहों तक नियमित पहुंच रखता था।
अब एजेंसियां यह जांच कर रही हैं कि क्या उस कार्यकाल के दौरान भी जानकारी लीक की जाती थी।
🕵️♂️ आगे क्या?
- उसे जयपुर लाकर पूछताछ की जा रही है।
- उसके संपर्कों और बैंक ट्रांजैक्शन की जांच तेज़ी से की जा रही है।
- यदि पाकिस्तान से सीधा संबंध प्रमाणित होता है, तो यह राजस्थान का सबसे बड़ा जासूसी मामला माना जाएगा।
- एजेंसियां शकूर से जुड़े अन्य लोगों और नेटवर्क का भी पता लगाने में जुटी हैं।
🚨 निष्कर्ष:
यह घटना राजस्थान जैसे शांत और सीमावर्ती राज्य में सुरक्षा तंत्र की गहराई से जांच की मांग करती है। शकूर खां की गिरफ्तारी ने यह भी उजागर किया है कि राजनीतिक संपर्कों के जरिए दुश्मन देश तक कैसे संवेदनशील सूचनाएं पहुंचाई जा सकती हैं।
अब यह देखना अहम होगा कि जांच एजेंसियां इस पूरे जाल को कितनी गहराई तक खोल पाती हैं, और क्या भारत को कोई बड़ा राष्ट्रीय सुरक्षा खतरा टलने से पहले रोकने में कामयाबी मिलती है।