अब वोटर आई दी कार्ड यानी मतदाता पहचान पत्र भी होगा डिजिटल।
आपको बता दें की चुनाव आयोग की 70 वीं वर्षगांठ को मनाने के साथ मतदाता कार्ड का ई-संस्करण लॉन्च किया जा रहा है। ज्ञात हो कि 25 जनवरी 1950 को चुनाव आयोग की स्थापना हुई थी। चुनाव आयेाग ने कहा कि वर्तमान में चलित कार्ड को प्रिंट करने और मतदाता तक पहुँचाने में काफी समय लगता है। इसलिए मतदाता के पास कार्ड तेजी और आसानी से पहुंचाने के लिए ही हमने यह कार्यक्रम आरम्भ किया है।
ई-इपिक के द्वारा कैसे बनेगा, डिजिटल वोटर कार्ड? आइये जानते है।
ई-इपिक के लिए कुछ नियमों का पालन करना होगा । इसके लिए मतदाता को अपने बारे में पूरी जानकारी का सत्यापन कराना होगा । जिसमें मोबाइल नंबर और ई-मेल आईडी की आवश्यकता होगी। जिसके बाद आगे की प्रक्रिया की जाएगी । जैसे ही मतदाता का मोबाइल नंबर आयोग की सूची में दर्ज होगा, वैसे ही ऐप के जरिये उस मतदाता के ई-मेल और फोन पर एक मैसेज जाएगा। सुरक्षा की दृष्टि से रजिस्टर मोबाइल नंबर और ई-मेल पर ओटीपी दी जाएगी जिसका प्रयोग डिजिटल वोटर आईडी कार्ड को डाउनलोड के लिए किया जाएगा। जिसमें उस क्षेत्र में होने वाले चुनाव और उससे संबंधित जानकारियां होंगी।
आपको बात दें कि पहले की तरह वोटर आईडी कार्ड का हार्ड कापी मिलता रहेगा जिसके लिए 25 रुपये का शुल्क भुगतान करना होगा ।