वोट (vote) करना हर व्यक्ति का जन्मसिद्ध अधिकार है। और बात जब सरकार चुनने की हो तब भला कौन अपने अधिकार का इस्तेमाल नहीं काना चाहेगा।
दोस्तों हम बात करने जा रहें है हमारे मताधिकार को लेकर। जैसा कि हम सभी जानते हैं भारत में सरकार बनाने के लिए भारत के नागरिकों को दो तरह का मताधिकार दिया गया है एक केंद्र सरकार यानी प्रधानमंत्री चुनने का जो लोकसभा के चुनाव के द्वारा चुन कर आते हैं और दूसरा राज्य सरकार यानी मुख्यमंत्री चुनने का जो कि विधानसभा चुनाव के द्वारा चुन कर आते हैं।
अब इतनी बड़ी जिम्मेदारी नागरिकों को दी जाए तो भला कौन अपनी जिम्मेदारियों से पीछे रहना चाहेगा। वोटिंग के समय काम करने या अन्य कार्य के लिए दूसरे शहरों में गए लोग, अपने मताधिकार के प्रयोग से वंचित रह जाते हैं ।
लेकिन अब उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है,
भारतीय चुनाव आयोग (Election Commission ofIndia) ऐसी योजना पर काम कर रहा है, जिसके द्वारा भारतीय नागरिक कहीं से भी अपने वोट डाल सकेंगे। इस योजना का नाम रिमोट वोटिंग प्रोजेक्ट (Remote Voting Project) दिया है । बहुत जल्द ही भारत में इसका ट्रायल भी किया जाने वाला है।
राष्ट्रीय मतदाता दिवस के मौके पर मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि भारतीय नागरिकों को देश में किसी भी मतदान केंद्र पर जाकर अपना वोट देने की योजना पर चुनाव आयोग काम कर रहा है।
उन्होंने बताया कि IIT मद्रास और अन्य संस्थानों के सहयोग से रिमोट वोटिंग प्रोजेक्ट पर रिसर्च शुरू कर दिया है ।
इस प्रोजेक्ट से वैसे लोगों को अधिक फायदा मिलेगा जो नौकरी या किसी कार्य से अपने घरों से बाहर रहते हैं। इस प्रोजेक्ट के सफल हो जाने के बाद अनुमति मिलते ही वोटर किसी भी मतदान केन्द्र में जाकर अपना वोट दे सकेंगें।
चुनाव आयोग विदेश में रह रहे मतदाताओं के लिए भी पोस्टल बैलेट की योजना पर विचार कर रही है।