भारतीय दूरसंचार विभाग के द्वारा स्पेक्ट्रम की नीलामी 2 मार्च को समाप्त हो गई। दो दिन तक चली दूरसंचार विभाग (डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकॉम) की स्पेक्ट्रम नीलामी में देश के सभी टेलिकॉम क्षेत्र से संबंधित कंपनियों ने हिस्सा लिया जिसमें रिलायंस जियो ने सभी 22 सर्किल्स में स्पेक्ट्रम की खरीद की है। जिसकी कुल कीमत 57123 करोड़ रुपये है।
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इसकी खरीद पूरी होने से दूरसंचार विभाग में रिलायंस जियो की मजबूती पहले की अपेक्षा बढ़ गई है। इसके साथ ही रिलायंस जियो के पास कुल मिलाकर 1717 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम हो जाएंगे, जिसमें अपलिंक और डाउनलिंक दोनों कि सुविधा उपलब्ध होगी। Jio इसका इस्तेमाल 5G सर्विस देने के लिए भी कर सकता है।
आपको बता दें कि रिलायंस जियो ने अभी हाल ही में यह घोषणा की थी कि उसने स्वदेशी 5G टेक्नोलॉजी विकसित कर अमेरिका में टेस्ट पूरा किया है।
मुकेश अंबानी ने इस वर्ष 5G लॉन्च करने की भी घोषणा की है।
इस खास मौके पर रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा – ‘रिलायंस जियो ने भारत में डिजिटल क्रांति ला दी है, भारत डिजिटल-लाइफ को तेजी से अपनाने वाला देश बन गया है। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि अपने मौजूदा ग्राहकों के साथ-साथ हम डिजिटिल सेवाओं से जुड़ने वाले संभावित 30 करोड़ उपयोगकर्ताओं को बेहतर डिजिटल अनुभव प्रदान कर सकें। हम भारत में डिजिटल फुटप्रिंट को और विस्तार देने के लिए तैयार हैं और साथ ही 5G रोलआउट के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं।’
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आपको बता दें कि भारत में पांच वर्ष में टेलिकॉम स्पेक्ट्रम की पहली नीलामी मंगलवार को हुई, जो 77,814.80 करोड़ रुपये के सपेक्ट्रम खरीदने के साथ खत्म हुई। इस नीलामी में ज्यादातर स्पेक्ट्रम मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो ने ही खरीदा। जियो के पास औसतन 15.5 साल के लिए स्पेक्ट्रम उपलब्ध हैं। इसलिए इसकी मजबूती अन्य कंपनियों के मुकाबले अधिक है।
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