अयोध्या : भगवान श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या एक पवित्र नगरी बनने जा रही है। इस कार्य में सभी भारतीयों द्वारा पूर्ण सहयोग दिया जा रहा है। अयोध्या में श्री रामलला के मंदिर का निर्माण कार्य भी सुचारू रूप से चल रहा है।
जानकारी के मुताबिक बता दें कि नींव के लिए 40 फिट गहरी और 2.77 एकड़ की भूमि की खुदाई पूर्ण हो चुकी है। खुदाई के दौरान एक आश्चर्यजनक बात सामने आई है। खुदाई का काम कर रहें मजदूरों को वहां कई प्राचीन खंडित मूर्तियां, मंदिर के स्तंभ और अवशेष मिलें हैं। साथ ही रसोई में प्रयोग किये जाने वाला सिलबट्टा, रोटी बनाने वाला चकिया और बेलन भी मिला है। प्राप्त इन अवशेषों से यह पुख्ता हो जाता हैं कि यहां प्राचीन काल में हिन्दू धर्म से संबंधित मंदिर अवश्य थे।
आपको बता दें कि उक्त सभी बातों की जानकारी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र कार्यालय के व्यवस्थापक श्री प्रकाश गुप्ता ने कही है। उन्होंने कहा की नींव की खुदाई के समय कई प्राचीन धार्मिक अवशेष प्राप्त हुए हैं। जिसमें कुछ खंडित मूर्तियां और प्राचीन मंदिर से संबंधित अवशेष प्राप्त हुई हैं। वहीं सीता रसोई के स्थान से खुदाई के दौरान रसोई से संबंधित सिलबट्टा और चौका-बेलन भी प्राप्त हुआ है। साथ ही मानस भवन की ओर खुदाई में भगवान श्रीराम के प्राचीन चरण पादुका भी मिला है। खुदाई से प्राप्त सभी अवशेषों को श्रीराम जन्मभूमि परिसर में सुरक्षित रख गया है।
बताया गया है कि श्रीराम मंदिर के निर्माण के बाद मंदिर परिसर में एक म्यूजियम बनाया जाएगा जिसमें प्राप्त सभी अवशेषों को श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ रखा जाएगा।
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