New Delhi : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा दिनांक 25 जून, 2021 को जारी एक रिपोर्ट में बताया गया की शीघ्र ही भारत में जायडस कैडिला संस्था डीएनए-प्लासमिड वैक्सीन बना लेगा, जो दुनिया की पहली वैक्सीन होगी। वह भी भारत-निर्मित।
आपको बता दें कि भारत में कोविड 19 कई नई वैक्सीनें जल्द मिलने की उम्मीद है, उनमें बायोलॉजिकल-ई प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन शामिल है।
डॉ. नरेन्द्र कुमार अरोड़ा अध्यक्ष राष्ट्रीय टीकाकरण परामर्श समूह (कोविड-19 कार्य समूह) ने कहा की – “नए वैक्सीनों का परीक्षण काफी उत्साहवर्धक रहा है। हमें उम्मीद है कि यह वैक्सीन सितंबर तक उपलब्ध हो जायेगी। भारतीय एम-आरएनए वैक्सीन को 2-8 डिग्री सेल्सियस के तापमान पर रखा जा सकता है, वह भी सितंबर तक मिल जायेगी। दो अन्य वैक्सीनें सिरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की नोवावैक्स और जॉनसन-एंड-जॉनसन भी जल्द मिलने की संभावना है। जुलाई के तीसरे सप्ताह तक भारत बायोटेक और एसआईआई की उत्पादन क्षमता में भी भारी इजाफा हो जायेगा।इससे देश में वैक्सीन की आपूर्ति में बढ़ोतरी होगी। अगस्त तक हम उम्मीद करते हैं कि हम एक महीने में 30-35 करोड़ डोज हासिल करने लगेंगे।”
डॉ. अरोड़ा ने फिर बताया कि इस तरह से एक दिन में एक करोड़ लोगों को टीका लगाया जा सकेगा।
क्या आने वाली नई वैक्सीनें असरदार होंगी?
यदि वैक्सीन 80% असरदार है, तब यह माना जा सकता है कि टीका लगवाने वाले 20% लोगों को हल्का कोविड हो सकता है। भारत में यदि 60 से 70% लोगों को टीके लगा दिये जायें, तो इस वायरस को फैलने से रोका जा सकता है।
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