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भारत के 90% लोग नहीं जानते। निःशुल्क इंडिया के बेस्ट डॉक्टर से सलाह कैसे प्राप्त करें, वह भी अब घर बैठे : भारत सरकार की टेलीमेडिसिन सेवा ‘ई – संजीवनी’

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किसी भी बीमारी और रोग का इलाज जाने वह भी बेस्ट डॉक्टर की सलाह पर। महिलाओं को इससे अधिक मिल सकता है। साथ ही गुप्त और मानसिक रोगों में भी अधिक सहायक सिद्ध।

दुनियाँ की सबसे बड़ी ऑनलाइन चिकित्सा सहायता सेवा जिसमें भारत के सुपरस्पेशलिस्ट डॉक्टर सलाह देते हैं।


यदि आप भी कोरोना महामारी को रोकने में मदद करना चाहते हैं और भीड़भाड़ से बचना चाहते हैं तो ‘ई – संजीवनी’ पर डॉक्टर से सलाह लें।

New Delhi : अब जमाना ऑनलाइन और घरपर बैठ कर सब काम करने का हो गया है। ऐसे में डिजिटली होना आवश्यक हो जाता है। भारत सरकार ने स्वास्थ्य सेवा की दिशा में भी कार्य करना आरंभ कर दिया है। जिसका एक परिणाम है ‘ई – संजीवनी’

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बनाई गई राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन सेवा ‘ई – संजीवनी’ ने अबतक 70 लाख लोगों को परामर्श देते हुए सेवा की है।

‘ई – संजीवनी’ डिजिटल माध्यम का उपयोग करके दैनिक डॉक्टरों और विशेषज्ञों से परामर्श हासिल किया जा सकता हैं। 

वर्तमान में राष्ट्रीय टेलीमेडिसिन सेवा 31 राज्यों/ केन्द्र – शासित प्रदेशों में कार्यरत है।

रक्षा मंत्रालय के द्वारा ‘ई-संजीवनी’ ओपीडी पर बुलाए गए कुल 100 से अधिक अनुभवी डॉक्टर और विशेषज्ञ मरीजों की सेवा करते हैं।

आपको बता दें कि कोरोना महामारी की वजह से राष्ट्रीय स्तर पर लगाए गए पहले लॉकडाउन के तुरंत बाद से ही केन्द्रीय  स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने ‘ई-संजीवनी’ ओपीडी की शुरूवात की थी।


‘ई-संजीवनी’ ओपीडी क्या है?


‘ई-संजीवनी’
ओपीडी एक मरीज और डॉक्टर के बीच का एक टेलीमेडिसिन प्लेटफॉर्म है। जो लोगों को उनके घरों में ही स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करता है। यहां कुल 420 प्रकार के ऑनलाइन ओपीडी आयोजित की जाती है। साथ ही यह प्लेटफॉर्म स्पेशलिटी और सुपर-स्पेशियलिटी ओपीडी का भी आयोजन करता है। इनमें से कई स्पेशियलिटी और सुपर-स्पेशियलिटी ओपीडी का प्रबंधन 5 राज्यों (तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश,  पंजाब, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड) में स्थित एम्स, लखनऊ में स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी आदि जैसे अस्पतालों द्वारा किया जा रहा है।


‘ई-संजीवनी’ ओपीडी पर अब प्रतिदिन लगभग 50,000 से अधिक मरीज परामर्श ले रहे हैं। 
 
1 जुलाई, 2021 को, डिजिटल इंडिया की छठी वर्षगांठ के अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने ‘ई-संजीवनी’ की सराहना की है। 


महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सरकारी अस्पतालों में भीड़ कम करने के लिए ‘ई-संजीवनी’ का बहुत बड़ा योगदान है। राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के अनुरूप, ‘ई-संजीवनी’ देश में डिजिटल स्वास्थ्य के इकोसिस्टम को भी मजबूत करता है।

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‘ई – संजीवनी’ पर डॉक्टर से कैसे परामर्श ले सकते हैं?

यदि आप भी कोरोना महामारी को रोकने में मदद करना चाहते हैं और भीड़भाड़ से बचना चाहते हैं तो ‘ई – संजीवनी’ पर डॉक्टर से सलाह लें।


इसके लिए आपको ‘ई-संजीवनी’ के वेबसाइट या ऐप्प पर जा कर मोबाइल नंबर डालना होगा। उसके बाद प्राप्त OTP को सबमिट करते हुए रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसपर आपसे मांगी गई जानकारी आपको साझा करनी होगी। तत्पश्चात आप को टोकन जेनरेट होगा और आप अपने नंबर या टोकन के आने पर डॉक्टर से वीडियो या चैट के माध्यम से परामर्श ले सकते हैं। अपने द्वारा लिया गया परामर्श आप सेव भी कर सकते हैं।

‘ई-संजीवनी’ का वेबसाइट है –

‘ई-संजीवनी’ का ऐप्प एड्रेस – https://play.google.com/store/apps/details?id=in.hied.esanjeevaniopd


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