New Delhi : रविवार 1 अगस्त, 2021
भारतीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 2 अगस्त, 2021 को करेंगे डिजिटल करेंसी ‘ई-रुपी’ को लॉन्च।
जिस रफ्तार से पूरी दुनियां डिजिटल होती जा रही है लगता है उसी रफ्तार से अब सारा काम एक जगह रह कर ही हो जाएगा। थोड़ा सा ध्यान आकर्षित करते हुए आपको याद दिलाते हैं कि दुनियाँ में ऑनलाइन और डिजिटल काम कैसे हो रहे हैं –
इतना ही नहीं इससे भी कहीं ज्यादा अब हर चीज ऑनलाइन होती जा रही है और सबका पेमेंट भी डिजिटल होता जा रहा है। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि हमारा भविष्य कैसा होगा।
आज पुरी दुनियाँ में क्रिप्टो करेंसी जिस तरह से लोकप्रियता हासिल कर रही है, उस आधार पर कहा जा सकता है कि जल्द ही आने वाले दिनों में कागज के नोट और धातु के सिक्के चलन से हटा दिए जाएंगे और उनकी जगह डिजिटल करेंसी आ जाएगी। शायद उस दिन को हमारे भारतीय प्रधानमंत्री ने पहचान लिया है और डिजिटल युग में बेहतर प्रदर्शन करने की शुरुआत कर दी है।
बता दें की प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 2 अगस्त 2021 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से भारतीय डिजिटल करेंसी ‘ई-रुपी’ को लॉन्च करेंगे, जो वास्तव में व्यक्ति-विशिष्ट और उद्देश्य-विशिष्ट डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशन है।
‘ई-रुपी’ डिजिटल भुगतान के लिए एक कैशलेस और संपर्क रहित माध्यम है। यह एक क्यूआर कोड या एसएमएस स्ट्रिंग-आधारित ई-वाउचर है, जिसे लाभार्थियों के मोबाइल पर पहुंचाया जाता है। इस निर्बाध एकमुश्त भुगतान व्यवस्था के उपयोगकर्ता अपने सेवा प्रदाता के केंद्र पर कार्ड, डिजिटल भुगतान एप या इंटरनेट बैंकिंग एक्सेस के बगैर ही वाउचर की राशि को प्राप्त करने में सक्षम होंगे। इसे नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने अपने यूपीआई प्लेटफॉर्म पर वित्तीय सेवा विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सहयोग से विकसित किया गया है।
जैसा कि चलन में सभी डिजिटल करेंसी हैं लगभग उसी रूप में भारतीय डिजिटल करेंसी ‘ई-रुपी’ भी बिना किसी फिजिकल इंटरफेस के डिजिटल तरीके से लाभार्थियों और सेवा प्रदाताओं के साथ सेवाओं के प्रायोजकों को जोड़ता है।
जिसमें यह भी सुनिश्चित किया जाता है कि लेन-देन पूरा होने के बाद ही सेवा प्रदाता को भुगतान किया जाए। प्री-पेड होने की वजह से सेवा प्रदाता को किसी मध्यस्थ के हस्तक्षेप के बिना ही सही समय पर भुगतान संभव हो जाता है।
Some of the benefits of e-RUPI are:
Cashless and contactless digital payment.
Connects service sponsors and beneficiaries digitally.
Ensures leak-proof delivery of various welfare services.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 1, 2021
भारतीय ‘ई-रुपी’ का उपयोग कहाँ किया जाएगा?
फिलहाल इसका उपयोग बाजार में प्रचलन विनिमय प्रणाली के लिए अभी नहीं बनाया गया है। यह डिजिटल पेमेंट सॉल्यूशन कल्याणकारी सेवाओं की भ्रष्टाचार-मुक्त आपूर्ति सुनिश्चित करने की दिशा में एक क्रांतिकारी पहल साबित होगा।
फिलहाल इसका उपयोग मातृ और बाल कल्याण योजनाओं के तहत दवाएं और पोषण संबंधी सहायता, टीबी उन्मूलन कार्यक्रमों, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना जैसी स्कीमों के तहत दवाएं और निदान, उर्वरक सब्सिडी, इत्यादि देने की योजनाओं के तहत सेवाएं उपलब्ध कराने में किया जा सकता है। यहां तक कि निजी क्षेत्र भी अपने कर्मचारी कल्याण और कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व कार्यक्रमों के तहत इन डिजिटल वाउचर का उपयोग कर सकता है।
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