Gaya : सोमवार 6 सितंबर, 2021
हमारा समाज विचित्र घटनाओं से भरा पड़ा है। कभी-कभी तो भयानक दुर्घटनाओं की यह गाथा किसी अपने के द्वारा ही कि जाती है। कोई अपना ही होता है जो रिश्तों को कलंकित करते हुए शर्मनाक घटनाओं का जिम्मेदार होता है।
एक ऐसी ही घटना कुछ दिनों पहले बिहार राज्य के गया जिले में घटी। जहां एक मां ने अपनी 8 माह की बेटी को मार कर खुद फंदे से झूल गई थी।
मामला बीते शनिवार मुफस्सिल पुलिस स्टेशन के लखिबाग क्षेत्र का है। और यह सोशल मीडिया की सुर्खियों में भी था।
बता दें कि 28 वर्षीय एक महिला अपने 8 माह की बेटी की हत्या कर स्वयं फांसी लगा लेती है। यह सब देख महिला के पति ने भी आत्महत्या करने की कोशिश की लेकिन स्थानीय लोगों की मदद से उसे बचा लिया गया।
अब आपके मन में एक सवाल तो जरूर उठता होगा कि आखिर महिला ने ऐसा क्यों किया?
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इस दुर्घटना के पीछे महिला के पिता का हाथ था।पापी पिता के द्वारा लगातार बलात्कार किये जाने से आहत महिला ने अंत में यह फैसला लिया और खुद की दुनियां ही खत्म कर ली।
अपनी नन्ही बेटी का मृत शरीर और पत्नी को छत के पंखे से लटका देख महिला के पति ने भी आपा खो दिया और आत्महत्या करने की कोशिश की। जिसकी भनक पड़ोसियों को लग गई और पड़ोसियों ने उसे बचा लिया।
पड़ोसियों के पूछे जाने पर पति ने रोते हुए सारी आपबीती बताई। उसने कहा – “मेरी पत्नी के पिता लगातार उसके साथ बलात्कार कर रहे थे। इससे तंग आकर वह एक हफ्ते पहले एसएसपी कार्यालय और महिला पुलिस स्टेशन गई, लेकिन पुलिस ने इस मामले को गंभीर नहीं समझा। एक घरेलू मामला जान है और उसे घर भेजा दिया।”
किसी ने भी उसकी मदद नहीं की और उस शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। पापी पिता अब भी फरार हैं।
आगे उसने कहा की – “पुलिस स्टेशन से लौटने के बाद जब उसके पिता को यह जानकारी हुई तो उसने फिर से बलात्कार किया। पुलिस ने इस अपराध की गहराई को नहीं समझा और सुस्त रवैया दिखाया। वह असहाय हो गई थी और अंत में मानसिक संतुलन खोकर उसने यह अंतिम कदम उठाया।”
इस विषय पर मुफस्सिल पुलिस स्टेशन के जांच अधिकारी श्री सिंह ने बताया है कि –
“हमने पीड़ित के पति द्वारा दिए गए बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की है। आरोपी को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा हैं।”
फिलहाल पुलिस जांच कर रही है जल्द ही अपराधी पिता पुलिस की गिरफ्त में होगा। इस कुकृत्य के लिए उसे कठिन से कठिन सजा दी जानी चाहिए ताकि समाज का कोई भी नागरिक ऐसा पाप करने के लिए सौ बार सोचे।
पढ़ें खास खबर–
21 साल बाद मिले गुरु शिष्य, मनाया भावनात्मक शिक्षक दिवस