My Pen : मंगलवार 26 अक्टूबर, 2021
भारत सबसे बड़े संकट के समय से गुजर रहा है। इस संकट को समझना हर नागरिक का कर्तव्य ही नहीं जिम्मेदारी भी है। क्योंकि इसके बिना तो वर्तमान समय में जीवनयापन करने के बारे में सोचना भी शायद पाप है और इस समस्या से निजात पाना शायद मुश्किल भी है।
क्योंकि आज हम चर्चा करेंगे भारत देश में चल रहे सबसे बड़े संकट के बारे में जिसका नाम है- आर्यन खान।
हैरान होने की आवश्यकता नहीं हैं। वास्तविकता में यह भारत के लिए इतना बड़ा संकट बना हुआ है कि इसके बगैर किसी नेता, अभिनेता और मीडिया के पेट का खाना पच नहीं रहा है। हर ओर सुर्खियों में बस एक ही नाम है आर्यन खान।
क्या बकवास है यार। इसके अलावा भी जरूरी मुद्दे हैं यहां। लेकिन नहीं, आर्यन खान सबसे जरूरी मुद्दा बना हुआ है। सवाल भी बड़े अटपटे से, गौर करिएगा:
किसी महान सिंगर ने कहा – क्रूज पर सैकड़ों लोग शामिल थे, पकड़ा केवल आर्यन ही गया।
एक और मशहूर लेखक ने कहा बच्चे को सांस तो लेने दो।
प्रायः कहा ही जा रहा है की वह क्यों पकड़ाया, कब निकलेगा? वगैरह-वगैरह। लेकिन मुद्दा फिलहाल आर्यन ही होना चाहिए।
वहीं अब किसी नेता ने दलाली भी आरम्भ कर दी है – वानखेड़े साहब कौन से दूध के धुले हैं। घुस लेते हैं। एक तलवार वानखेड़े के गर्दन पर टांग दी गई है।
आपको बता दें कि जब से किंग खान यानी शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान ड्रग्स मामले में लिप्त पाए गए हैं तब से इनका मामला सभी कवरेज की स्टोरी में बनी हुई है। और सारी मीडिया आर्यन के इर्दगिर्द ही नाच रही है।
मुझे लगता है कि इन सभी को आर्यन फोबिया हो गया है। कोई उसका बचाव कर रहा है तो कोई उसके खिलाफ है। मजे की बात यह है कि वानखेड़े आर्यन के खिलाफ है तो कुछ नेता और अभिनेता वानखेड़े के खिलाफ हैं।
खैर सवाल अब भी यही है कि दोषी कौन? एक केस जहां 10 लोगों ने मिलकर दो बहनों की इज्जत लूट ली, वह खबर साधारण बन गई और दूसरे-तीसरे दिन ही देश से गायब हो गई। लेकिन इसमें ऐसा क्या है जो अभी तक सुर्खियों में बना हुआ है।