कैराना : सोमवार 08 नवम्बर, 2021
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दिल्ली से मात्र 100 किलोमीटर दूर उत्तर प्रदेश में स्थित है कैराना जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे और एक कार्यक्रम में उन्होंने जोरदार भाषण दिया।
अपने भाषण में उन्होंने कहा कि – अब किसी को डरने की जरूरत नहीं है। किसी अपराधी किसी माफिया की हैसियत नहीं की वह सिर उठाकर के सड़क पर चल सके धमकी की बात तो दूर। अगर किसी ने दुस्साहस किया, किसी निर्दोष नागरिक, व्यापारी को गोली मारने का दुस्साहस किया तो वह गोली उल्टे उसकी छाती को छेदते हुए उसको दूसरे लोक की यात्रा पर भेज दिया गया।
आपको बता दें कि लगभग 346 परिवारों ने वर्ष 2016 में छोड़ दिया था कैराना। वहां अल्पसंख्यक हिदुओं को एक बड़ी मुस्लिम आबादी से डर था। इस डर की वजह से 346 परिवारों ने कैराना से पलायन कर दिया था। हिन्दू अपने घर-दुकान छोड़कर वहां से दूसरे जगह बसने चले गए। घरों और दुकानों पर लिख दिया था यह बिकने को है।
आखिर वहां ऐसा क्या हुआ था जिससे हिन्दू इतना डरा हुआ था?
आपको बता दें कि 1990 का कश्मीर जिस स्थिति में था कुछ वही हालात उत्तरप्रदेश के कैराना की हो गई थी। इस इलाके में मुस्लिमों की बढ़ी आबादी ने इस तरह के हालात बना दिये कि हिन्दू डर से कैराना छोड़ने को मजबूर हो गए थे। लगातार कुछ मुस्लिम माफिया और गुंडों ने हिंदुओं पर अत्याचार किया जिस वजह से वहां के हिंदुओं ने पलायन करना ठीक समझा।
2011 जनगणना के अनुसार कैराना में 30% हिन्दू आबादी और 68% मुस्लिम आबादी थी। वहीं 5 साल बाद यानी 2016 की एक रिपोर्ट के अनुसार मुस्लिम आबादी बढ़कर 92% हो गई और हिन्दू आबादी 8% पर आ गई। मात्र 5 सालों में उस स्थान पर हिन्दू आबादी का घटना सोचनीय विषय है। क्योंकि ऐसा पाकिस्तान या बंगलादेश में होता है।