Crime Diary : बुधवार 08 दिसम्बर, 2021
रजवाड़ों का स्थान- राजस्थान, जहां मानवता और गुरु-शिष्य की परंपरा, एक बार फिर हुई कलंकित। आप को जान कर हैरानी होगी कि अलवर जिले में स्थित एक सरकारी स्कूल के नौ शिक्षकों और प्रधानाध्यापक पर लगा है, चार छात्राओं से कथित रूप से सामूहिक बलात्कार करने का संगीन आरोप।
ऐसे कुकर्म हमारे आज के गुरु-शिष्य परम्परा पर कई सवाल पैदा करते हैं।
क्या अब कोई पिता अपनी बेटी को स्कूल भेजने में संकोच नहीं करेगा? स्कूल भेज भी देगा तो हमेशा डरा हुआ होगा कि कहीं उसकी बेटी के साथ कोई अप्रिय घटना का शिकार न हो जाये।
क्या इस अव्यवस्था के कारण अब कोई पिता अपनी बेटी को स्कूल भेजना चाहेगा?
बेटी की सुरक्षा को लेकर क्या स्कूल और स्कूल प्रबंधन पर भरोसा किया जा सकेगा?
इस दुष्कर्म की घटना तब सामने आई जब 10 वीं की एक छात्रा स्कूल जाना बंद कर देती है। अचानक एक दिन उसके पिता ने अपनी लड़की से पूछा कि वह आजकल स्कूल क्यों नहीं जा रही है। इसपर पीड़ित लड़की ने डरते हुए अपने ऊपर हुई दुष्कर्म की सारी बात अपने पिता से बता देती है। उसने इस कुकृत्य के बारे में बताया कि जब वह 9वीं में पढ़ती थी तब से उसके शिक्षक उसपर बुरी नजर डालने लगे। स्कूल के शिक्षकों और प्रिंसिपल ने एक साल से अधिक समय तक उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। इसके साथ ही उसने एक और रहस्य से पर्दा हटाते हुए बताया कि इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी स्कूल की दो महिला शिक्षकों को भी थी और उन्होंने सभी पुरुष शिक्षकों का सहयोग कर दुष्कर्म की घटनाओं का वीडियो भी बनाया था।
छात्राओं और परिवार वालों को डराया और धमकाया गया कि अगर उन्होंने मुँह खोला तो मार दिए जाएंगे।
पुलिस ने आरोपी प्राचार्य समेत सभी शिक्षकों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म और पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।
आपको बता दें कि राजस्थान के अलवर जिले के मंधाना थाना क्षेत्रान्तर्गत यह घटना हुई है। मंधाना थाने के पुलिस अधिकारी मुकेश यादव ने बताया कि इस मामले के संबंध में तीन अलग-अलग मामले दर्ज किए गए थे और पुलिस मामले की जांच कर रही है जिसमें तीन और पीड़ित सामने आए हैं और प्रधानाध्यापक और शिक्षकों पर सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाया है।
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि पीड़ितों में कक्षा 3, 4 और 6 के छात्रा शामिल हैं। पूछताछ करने पर पीड़ित छात्रों ने बताया कि उन्हें कहा गया था कि शिक्षकों को खुश करना होगा और खुश करने के बदले में उनकी फीस माफ करेंगे। वहींआरोपी शिक्षकों ने घटना के बारे में किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी तक दी थी।
जब पीड़ितों में से एक छात्रा ने इस मामले की शिकायत स्कूल की महिला शिक्षिका से की, तो उस शिक्षिका ने लड़कियों को उनकी फीस और उनकी पढ़ाई की किताबों का खर्च देने का प्रलोभन दिया। यही नहीं शिक्षकों ने उन्हें इस मामले के बारे में किसी से शिकायत न करने के लिए भी कहा।
वहीं उस छात्रा ने बताया कि मैडम उसे कई बार तीन अन्य शिक्षकों के घर ले गईं – जिनमें प्रधानाध्यापक भी शामिल थे। उन सभी शिक्षकों ने घर में शराब पिया और उसके बाद, उसके साथ दरिंदगी की।
पीड़ितों में से एक के पिता ने पुलिस को बताया कि जब वे घटना के बारे में प्रधानाध्यापक से शिकायत करने के लिए स्कूल गए तो प्रधानाध्यापक ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्हें इस तरह के किसी भी मामले के बारे में कोई जानकारी नहीं है। वहीं उन्होंने धमकाते हुए आगे कहा कि उनके भाई मंत्री हैं कहीं कोई शिकायत। की तो जान से हाथ धो बैठोगे।
ऐसे कुकृत्य करने वालों के साथ क्या होना।चाहिए? हमें कमेंट कर अवश्य बताएं।
संदर्भ : इंडिया टुडे।
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