हिजाब पर बवाल : मंगलवार 08 फरवरी, 2022
पिछले 2 महीने से चले आ रहे हिजाब विवाद ने आखिरकार कर्नाटक में राजनीतिक रंग ले ही लिया। एक ओर जहां कर्नाटक सरकार स्कूल कॉलेजों में ड्रेसकोड लाने की तैयारी कर रही है वहीं इसे राजनीतिक रंग दिया जा रहा है। छात्र छात्राओं की आड़ में कुछ लोग हाथ साफ करने में लग गए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कर्नाटक में हिजाब पर बवाल जारी है। मामले को बढ़ता देख राज्य के सभी स्कूल-कॉलेज 3 दिनों के लिए बंद कर दिए गए हैं। राज्य के मंड्या, दावणगेरे, हावेरी, उडुपी, शिवमोगा, बागलकोट, हरिहरा, हुबली, चिकमगलूर में मामला गंभीर रूप ले चुका है। यहां के कॉलेजों में प्रदर्शन जारी है। वहीं शिवमोगा, बागलकोट, हरिहरा में जोरदार हंगामें के बीच छात्र भगवा शाल पहनकर कॉलेज पहुंच रहे हैं साथ ही जय श्री राम के नारे भज लगा रहे हैं। जबकि शिमोगा में धारा-144 लागू कर दिया गया है।
वहीं सिद्धारमैया (पूर्व मुख्यमंत्री, कर्नाटक) का साफ कहना है की ‘संघी लोगों ने बिना किसी बात के ही ये मुसीबत खड़ी कर दी है।’
हिजाब विवाद आखिर क्यों शुरू हुआ। इस पर नजर डालने पर हम पाते हैं कि उडुपी महिला पीयू कालेज में मुस्लिम छात्राओं के हिजाब पहनने पर विवाद हुआ। कालेज प्रशासन द्वारा मना करने के बावजूद छात्राएं हिजाब पहन कर आई तो उन्हें रोका गया। क्योंकि कॉलेज प्रशासन ड्रेसकोड पहन कर आने के लिए कहती है जबकि मुस्लिम छात्राएँ हिजाब पहनकर आना चाहती है और इसे धार्मिक नियम के तहत अपना अधिकार बताते हैं।
इसके बाद से ही राज्य के अलग – अलग कॉलेजों में हिजाब के समर्थन में मुस्लिम छात्राएँ प्रदर्शन करने लगी। जिसका असर यह हुआ कि हिन्दू छात्र और छात्राओं ने भगवा गमझा / शाल पहन कर कॉलेज आने लगे।
बता दें कि 31 जनवरी को हिजाब पहनने की मांग को लेकर छात्राएं हाई कोर्ट गई थी। जिसपर आज सुनवाई होनी थी लेकिन बढ़ते विवाद के कारण अब फैसला बुधवार तक के लिए टाल दिया गया है। वहीं हाईकोर्ट का कहना है भारतीय संविधान पर भरोसा रखना चाहिए। कुछ शरारती तत्वों द्वारा इस मामलों को तूल दिया जा रहा है।