Connect with us

Election

क्या वाराणसी में हो रही थी EVM की उलट-फेरी। पकड़ाए जाने पर वाराणसी DM ने दिया कुछ ऐसा बयान।

Published

on

THE NEWS FRAME

UP Election 2022 : बुधवार 09 मार्च, 2022

वाराणसी में हुई EVM की बहुत बड़ी गड़बड़ी। पकड़े जाने पर हजम न होने वाला दिया बयान।

इस सम्बंध में लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रिया आई है। वहीं ANI ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कुछ मीडिया चैनलों द्वारा यह संज्ञान में लाया गया है कि वाराणसी में 8 मार्च को कुछ EVM गाड़ी में ले जायी जा रही थीं जिन पर वहां उपस्थित राजनीतिक प्रतिनिधियों द्वारा आपत्ति की गई। जांच में यह पाया गया है कि ये EVM प्रशिक्षण के लिए चिन्हित थीं: कार्यालय, मुख्य निर्वाचन अधिकारी, उत्तर प्रदेश में प्रशिक्षण हेतु ले जायी जा रही थी। इन EVM को कुछ राजनीतिक लोगों ने वाहन को रोक कर उसे चुनाव में प्रयुक्त EVM कह कर अफवाह फैलाई है।
इस पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी, उत्तर प्रदेश का कहना है कि मतदान में प्रयुक्त सभी EVM स्ट्रॉग रूम के अंदर सील बंद हैं और सुरक्षित हैं।

जबकि वाराणसी से समाजवादी पार्टी नेता ब्रजेश यादव का कहना है कि वाराणसी से हार तय जानकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने वाराणसी शहर की दक्षिणी विधानसभा की EVM मशीनों को पहड़िया मंडी से वाहन द्वारा बाहर ले जाते समय सपा के मुस्तैद कार्यकर्ताओं ने रंगे हाथ पकड़ा है।

वहीं वाराणसी के ज़िलाधिकारी कौशल राज शर्मा का कहना था कि 09 मार्च यानी आज वाराणसी के काउंटिंग कर्मचारियों की एक कॉलेज में ट्रेनिंग है। उसके लिए 20 EVM मशीनें ले जाई जा रही थी। लेकिन इसे देखकर कुछ लोगों को यह भ्रम हुआ कि कहीं ये इलेक्शन में इस्तेमाल की हुई EVM मशीनें तो नहीं हैं। और एक कार में सवार अज्ञात लोगों द्वारा इसे रोका गया।
 
धीरे-धीरे यह खबर आग की तरह फैल गई। और वहां भीड़ लग गई, जिसकारण सभी पार्टियों के प्रत्याशियों और अध्यक्षों को बुलाया गया। और सभी लोगों से स्पष्ट करने को कहा कि जो EVM ले जाई जा रही है वह सभी ट्रेनिंग के लिए है।
वाराणसी के ज़िलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने आगे कहा कि ले जाई जा रही ये EVM और इलेक्शन में इस्तेमाल की गई EVM अलग है। और निर्णय लिया गया  कि कर्मचारियों की काउंटिंग ट्रेनिंग बिना EVM के ही करवाई जाएगी।

कुछ मीडिया चैनलों द्वारा यह संज्ञान में लाया गया है कि वाराणसी में 8 मार्च को कुछ EVM गाड़ी में ले जायी जा रही थीं जिन पर वहां उपस्थित राजनीतिक प्रतिनिधियों द्वारा आपत्ति की गई। जांच में यह पाया गया है कि ये EVM प्रशिक्षण के लिए चिन्हित थीं: कार्यालय, मुख्य निर्वाचन अधिकारी, UP

— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 8, 2022

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *