जमशेदपुर | झारखण्ड
भारतीय जनतंत्र मोर्चा का प्रतिनिधिमंडल पश्चिम के संयोजक मुकुल मिश्रा के नेतृत्व में पीछले दिनों कदमा शास्त्रीनगर हिंसा मामले में प्रशासन द्वारा व्हाट्सएप मैसेज के आधार पर गिरफ्तार कर जेल भेजे गए धतकीडीह हरिजन बस्ती ठक्कर बाबा क्लब के तीन युवकों के परिजनों से मिला. व्हाट्सएप चैटिंग के नाम पर पुलिस ने सुब्रतो मुखी, ऋषभ मुखी और अंकित मुखी को गिरफ्तार कर जेल भेजा है.
बस्तीवासियों ने भाजमो नेताओं को बताया कि उन लोगों ने प्रशासन से काफी मिन्नतें की की वे तीनों कम उम्र के बच्चे हैं और भावेश में ऐसी गलती कर बैठे कृपया इन्हें एक बार क्षमा कर दिया जाए.बस्तीवासियों ने उन तीनों युवकों की जिम्मेवारी लेने की बात कही और भविष्य में गलती नहीं दोहराने का वायदा किया. किंतु पुलिस बस्तीवासियों को यह स्पष्ट करते हुए उन्हें ले गई की थाना ले जाकर केवल पूछताछ कर छोड़ दिया जाएगा लेकिन थाना से इन्हें नहीं छोड़ा गया. संध्या में मुखी समाज के लोग, गिरफ्तार युवकों के परिजन और बस्तिवासियों ने वरीय पदाधिकारियों से मिलकर अपने बच्चों की रिहाई के लिए उनके पैर तक पकड़ लिए लेकिन अधिकारी एक दूसरे पर चलते रहें और अंततः रात में उनकी पिटाई कर सुबह उन्हें जेल भेज दिया गया.
भाजमो नेता मुकुल मिश्रा ने बताया की इस गिरफ्तारी से बस्तीवसी बहुत आहत है और प्रशासन के द्वारा धोखे में रखकर उन लड़कों को जिस प्रकार थाने ले जाकर बाद में छोड़ दिए जाने का तर्क देकर गिरफ्तार किया गया. इससे अब बस्ती वासियों का पुलिस के ऊपर से विश्वास उठ गया है. तीनों यवक काफी गरीब परिवार से आते हैं. तीन युवकों में एक ऋषभ मुखी के पिता नहीं है और उन तीनों की माताओं का रो रो कर बुरा हाल है. उनकी गिरफ्तारी से परिजनों के उपर गहरा संकट उत्पन्न हो गया है.
भाजमो नेताओं ने विधायक सरयू राय के समक्ष सभी तथ्यों को रखने और गिरफ्तार तीनों युवको को न्याय दिलाने में यथासंभव मदद प्रदान करने का आश्वासन दिया. प्रतिनिधिमंडल में मुकुल मिश्रा, अजय सिन्हा, भास्कर मुखी बिष्टुपुर मंडल के अध्यक्ष मनकेश्वर चौबे शामिल थे.