जमशेदपुर | झारखण्ड
लौहनगरी जमशेदपुर के शहरी चकाचौंध के बीच दम तोड़ती जिंदगियां। पिछले 6 महीने में 164 सड़क दुर्घटनाओं में 99 मौत ट्रैफिक सिस्टम पर उठे सवाल। जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की भूमिका पर उठ रहे सवाल।
– अनिमेष गुप्ता (प्रभारी डीएसपी- ट्रैफिक जमशेदपुर)
कहने को तो लौहनगरी जमशेदपुर को मिनी मुंबई का दर्जा प्राप्त है. कंपनी कमांड एरिया को छोड़ गैर कंपनी इलाकों की सड़कों का खस्ताहाल है. आए दिन सड़क दुर्घटनाओं ने न केवल जिले की ट्रैफिक व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है बल्कि जिला प्रशासन और प्रशासनिक व्यवस्था को भी कटघरे में खड़ा कर दिया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पिछले 6 महीने में शहर व आसपास के इलाकों में कुल 164 सड़क दुर्घटनाएं हुई जिसमें 99 लोगों की मौत हुई जबकि 92 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. ऐसे में सवाल यह उठता है कि ट्रैफिक पुलिस एवं परिवहन विभाग के तमाम प्रयासों के बाद भी सड़क हादसे आखिर थमने का नाम क्यों नहीं ले रहा ? निश्चित तौर पर लौहनगरी जमशेदपुर के लिए यह चिंता का विषय है.
एक तरफ जमशेदपुर की सड़कें चाक-चौबंद नजर आती है, दूसरी तरफ गैर कंपनी क्षेत्र के की सड़कों का बुरा हाल है. जवाबदेही किसकी होनी चाहिए यह तय नहीं. जनप्रतिनिधि एवं प्रशासनिक महकमे का ध्यान इस ओर क्यों नहीं जाता जो चिंता का विषय है.
मीडिया रिपोर्ट्स की अगर मानें तो इस साल जनवरी महीने में 27 सड़क दुर्घटनाएं हुई, जिसमें 21 लोगों की मौत हुई, जबकि 16 लोग घायल हुए हैं. फरवरी महीने में 29 सड़क हादसे में 19 लोगों की मौत हुई जबकि 18 लोग घायल हुए. मार्च महीने में 20 सड़क दुर्घटनाएं हुई इनमें से 9 की मौत हुई 12 घायल हुए. अप्रैल महीने में 22 सड़क दुर्घटनाओं में 14 की मौत हुई जबकि 9 लोग घायल हुए. मई महीने में 35 सड़क दुर्घटना हुई जिसमें 20 लोगों की मौत हो गयी जबकि 18 घायल हुए हैं. जून महीने में 31 सड़क दुर्घटनाओं में 16 लोगों की मौत हुई है जबकि 19 लोग घायल हुए हैं. यूं कहें तो महीने दर महीने आंकड़े डरावने होते चले जा रहे हैं.
वहीं इस संबंध में प्रभारी डीएसपी अनिमेष गुप्ता ने बताया कि हाल के दिनों में सड़क हादसों में तेजी आई है. ज्यादातर युवा वर्ग इसके शिकार हो रहे हैं. डेंजर जोन चिन्हित कर स्पीड ब्रेकर और साइन बोर्ड लगाए जा रहे हैं, ताकि दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाई जा सके. उन्होंने युवाओं से वाहन चलाते वक्त सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने की अपील की. साथ ही वाहन जांच अभियान तेज करने की बात उन्होंने कही है.
वैसे जमशेदपुर ट्रैफिक पुलिस हाईटेक सुविधाओं से लैस है. जगह-जगह ट्रैफिक पुलिस अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ वाहन जांच करती है, बावजूद इसके सड़क हादसों में कमी नहीं आ रही है. बहरहाल हम अपने चैनल के माध्यम से सड़क पर चलने वाले लोगों से यातायात नियमों का पालन करने की अपील करते हैं, क्योंकि जीवन अनमोल है. सुरक्षित यात्रा आपकी जिम्मेदारी है. शराब पीकर वाहन न चलाएं.