गढ़वा | झारखंड
कांडी प्रखंड के देवडीह गांव निवासी अकलेश शर्मा की पत्नी गिरजा देवी ने मझिआंव नगर पंचायत क्षेत्र अंतर्गत बकरी बाजार स्थित सेंट्रल बैंक से दो हजार रुपये निकाले थे. उसने पैसे एक बैग में रखे थे और जाने ही वाली थी कि तभी एक महिला ने उससे बैग छीन लिया और भाग गई। यह सब होता देख गिरजा देवी को चक्कर आने लगा और वह रोने लगी.
बैग चुराने वाली महिला तरहसी निवासी संजय पासवान की पत्नी सोनी देवी थी. उसके दो साथी भी थे: चांदनी कुमारी और निशा कुमारी नाम की नाबालिग लड़कियाँ, जो क्रमशः सुरेश भुइया और सुधीर भुइया की बेटियाँ थीं. वे सतबरवा और गढ़वा बाराव में रहते थे. दोनों लड़कियां पास में ही एक अन्य महिला के यहां भी चोरी कर रही थीं, लेकिन एक व्यक्ति ने उन्हें पकड़ लिया और उन्हें डांटा. लड़कियों ने बैग फेंककर भागने की कोशिश की, लेकिन मौजूद लोगों ने उन्हें घेर लिया और पूछताछ की. पहचाने जाने से बचने के लिए वे अपना नाम और पता बदलते रहे. मास्टरमाइंड महिला ने अपना नाम और पति का नाम बताने से भी इनकार कर दिया. लोगों ने महिला पर दबाव डाला कि वह गिरजा देवी को लूटे गये दो हजार रुपये लौटा दे. स्थानीय पुलिस स्टेशन की महिला सशस्त्र बल घटनास्थल पर पहुंची, मास्टरमाइंड महिला सोनी देवी और दो नाबालिग लड़कियों को हिरासत में ले लिया.
बता दें की बुधवार को हाट बाजार का दिन था और लोग इस घटना को लेकर गुस्से में थे. उन्होंने कहा कि इन महिलाओं और पुरुषों का एक समूह था जो विभिन्न बाजारों में चोरों के रूप में काम करता था। उन्होंने बताया कि वे पलामू जिले के रेहला और गढ़वा जिले में डेरा डालकर रहते थे.