जमशेदपुर | झारखण्ड
उपायुक्त श्रीमती विजया जाधव द्वारा जिले में क्रियान्वित विभिन्न योजनाओं में प्रगति की समीक्षा हेतु वीसी के माध्यम से बैठक की गई। उप विकास आयुक्त श्री मनीष कुमार, एसडीएम धालभूम श्री पीयूष सिन्हा, सिविल सर्जन डॉ. जुझार माझी, निदेशक एनईपी श्रीमती ज्योत्सना सिंह, डीईओ श्रीमती निर्मला बरेलिया, जिला पंचायती राज पदाधिकारी डॉ. रजनीकांत मिश्रा, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती नेहा संजना खलखो, सभी बीडीओ, बीईईओ व अन्य मौजूद रहे। बैठक में जन्म- मृत्यु निबंधन में प्रखंडवार अबतक की प्रगति की समीक्षा करते हुए अभियान की गंभीरता को समझते हुए सभी संबंधितों को कार्य करने का निदेश दिया गया।
सावित्रीबाई फुले योजना का लाभ लेने से एक भी योग्य बालिका वंचित नहीं रह जाए इसे सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया। पंचायत स्तरीय औषधि केन्द्र खोले जाने के संबंध में अब तक जिला को 679 आवेदन प्राप्त हुए हैं, सिविल सर्जन को स्क्रूटनी की प्रक्रिया शूरू करने का निदेश दिया गया। साथ ही सभी एमओआईली को प्रत्येक माह में एक बार केजीवीबी में आवासित बालिकाओं के स्वास्थ्य के जांच का निदेश दिया गया। सिलिकोसिस की जांच को लेकर स्वास्थ्य विभाग को एक टीम गठित कर प्रखंडवार ऐसे कारखानों में कार्यरत मजदूरों की जांच का निदेश देते हुए मुआवजा राशि के लिए योग्य पाये जाने पर अनुशंसा करने की बात कही गई।
वर्षा जल संचयन को लेकर उपायुक्त ने कहा कि लोगों में यह भाव जगायें कि उनके खेत या उनके परसिर में गिरने वाला वर्षा जल उनका अपना हैं, वे इसे संचय करें तभी आने वाली पीढ़ी को जल संकट से बचा सकते हैं। खेल-खलिगहा, पोखर-तालाब में वर्षा जल संचयन पर बल दिया गया।
उपायुक्त द्वारा मनरेगा अंतर्गत ज्यादा से ज्यादा टीसीबी, मेढ़बंदी की योजना संचालित किए जाने का निदेश दिया गया। सभी चापाकल के बगल में सोख्ता गड्ढा का निर्माण, आवासीय विद्यालय में पानी रिचार्ज पीट का निर्माण को सैचुरेशन मोड में लाने की बात कही गई।
जिले में आयोजित कि जा रहे मानसिक दिव्यांगता शिविर के प्रगति की समीक्षा करते हुए समाज कल्याण पदाधिकारी को सभी दिव्यांगजनों को हाथोंहाथ पेंशन की स्वीकृति का निदेश दिया गया । शिक्षा विभागीय पदाधिकारियों को विद्यालयों की नियमित जांच कर पठन-पाठन पर विशेष ध्यान देने, विद्यालय परिसर की साफ-सफाई बनाये रखने की बात कही गई।
आंगनबाड़ी केन्द्रों में भी बच्चों के संपूर्ण शारीरिक-मानसिक विकास पर फोकस करते हुए सीडीपीओ को नियमित जांच किए जाने का निदेश दिया गया। बैठक में जिले में क्रियान्वित अन्य विकास कार्यों की भी समीक्षा कर संबंधित विभागीय पदाधिकारियों को अपेक्षित प्रगति लाने का निदेश दिया गया।