जमशेदपुर | झारखण्ड
“झारखंड साइंस फिल्म क्लब, कोल्हान” का गठन
समाज में वैज्ञानिक दृष्टिकोण के विकास एवं विस्तार के लिए प्रतिबद्ध एवं पिछले करीब तीस वर्षों से इस दिशा में लगातार प्रयासरत, झारखंड की वॉलेंट्री संस्था, साइंस फॉर सोसायटी, झारखंड ने हाल ही में, रांची में संपन्न अपने सांगठनिक राज्य सम्मेलन में ‘झारखंड साइंस फिल्म फेस्टिवल’ के लिए एक कोर ग्रुप का गठन किया था।
उक्त कोर ग्रुप की रांची में संपन्न बैठक में “झारखंड साइंस फिल्म क्लब, कोल्हान” के गठन का निर्णय लिया गया।
उक्त कोर ग्रुप की बैठक साइंस फॉर सोसायटी, झारखंड के अध्यक्ष डॉ अली इमाम खां की अध्यक्षता में विगत 22 जुलाई को एस आर डीएवी पब्लिक स्कूल पुनदाग रांची में संपन्न हुई। बैठक में डॉ अली इमाम खां के अलावा झारखंड के प्रमुख फिल्मकार श्रीप्रकाश, दीपक बारा, मीडिया कर्मी सह सामाजिक कार्यकर्ता विकास कुमार एवं डी एन एस आनंद ( महासचिव साइंस फॉर सोसायटी झारखंड) शामिल थे।
बैठक में यह समझ बनी कि झारखंड साइंस फिल्म फेस्टिवल के संदेशों को आम लोगों तक पहुंचाने, इससे नई पीढ़ी को जोड़ कर जन अभियान बनाने में
‘झारखंड साइंस फिल्म क्लब, कोल्हान’ जैसा मंच महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
उल्लेखनीय है कि साइंस फॉर सोसायटी, झारखंड ने लोगों में संविधान निर्देशित ‘वैज्ञानिक दृष्टिकोण’ एवं लोकतांत्रिक चेतना के विकास एवं विस्तार के लिए पिछले साल अप्रैल 2022 में पहला झारखंड साइंस फिल्म फेस्टिवल का आयोजन, दक्षिणी छोटानागपुर के लोहरदगा में किया था। अगस्त 2022 में दूसरा झारखंड साइंस फिल्म फेस्टिवल, कोल्हान का आयोजन क्रमशः करीम सिटी कॉलेज, जमशेदपुर, पटमदा इंटर कॉलेज, जल्ला, सिंहभूम कॉलेज, चांडिल तथा टाटा कॉलेज, चाईबासा में किया गया था। इसके बाद तीसरा झारखंड साइंस फिल्म फेस्टिवल का आयोजन अक्टूबर 2022 में बोकारो एवं गिरिडीह में किया गया था। उल्लेखनीय है कि साइंस फॉर सोसायटी झारखंड ने पहले चरण में झारखंड के सभी कमिश्नरी में कम से कम एक एक फिल्म फेस्टिवल के आयोजन का निर्णय लिया है।
झारखंड में फिल्म स्क्रीनिंग में निरंतरता बनाए रखने, इससे युवाओं को जोड़ते हुए विज्ञान एवं जन मुद्दों पर डॉक्यूमेंट्री, शॉर्ट फिल्म मेकिंग एवं ट्रेनिंग पर बल देने के लिए फिल्म क्लब के गठन को जरूरी महसूस किया गया।
“झारखंड साइंस फिल्म क्लब, कोल्हान” इसी प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगा।
यह फिल्म क्लब शिक्षण संस्थानों, स्कूल – कॉलेज यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं के अलावा गांव-मुहल्लों में भी समाज के विभिन्न समूहों के बीच नियमित फिल्म स्क्रीनिंग का आयोजन करेगा। शीघ्र ही इसकी विस्तृत रूपरेखा सामने रखी जाएगी।