जमशेदपुर । झारखंड
जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा यानी जे आर डी टाटा की 119 वी जयंती आज बड़ी श्रद्धा और उल्लास के साथ जमशेदपुर में मनाया जा रहा है।
भारत रत्न से सम्मानित देश के एकमात्र उद्योगपति जेआरडी टाटा का जमशेदपुर से काफी लगाव था। उन्होंने अपने कैरियर की शुरुआत जमशेदपुर में टिस्को से की थी। यहां के लोगों ने भी उन्हें काफी प्यार और सम्मान दिया।
जेआरडी टाटा भारत के अग्रणी उद्योगपति ही नहीं बल्कि आधुनिक भारत के औद्योगिक बुनियाद रखने वाले उद्योगपति भी थे। भारत में विमान सेवा की शुरुआत करने वाले देश के पहले कमर्शियल पायलट जेआरडी टाटा को उनके भारत में अतुलनीय योगदान के लिए ही भारत सरकार ने पद्म विभूषण और भारत रत्न जैसे सम्मान से सम्मानित किया है।
जेआरडी टाटा ने टाटा एयरलाइंस की स्थापना कर भारत की अपनी विमान सेवा शुरू की। जिसे बाद में भारत सरकार ने टेक ओवर कर लिया और उसका नाम बाद में चलकर एयर इंडिया हुआ। हालांकि एक बार फिर एयर इंडिया टाटा का ही हो गया है। जेआरडी टाटा ने टाटा समूह को 14 से 95 उद्यमों वाला समूह बना दिया।
उनके जन्म उत्सव को जमशेदपुर में लोग कई तरह से मनाते हैं। आज सवेरे जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कंपलेक्स में मैराथन का आयोजन किया गया। वही क्विज का कार्यक्रम स्कूली बच्चों के लिए रखा गया। जबकि गोपाल मैदान में एयर मॉडलिंग शो का आयोजन किया गया। हालांकि यह शो पहले सोनारी हवाई अड्डे में आयोजित किया जाता था। पहली बार अधिक से अधिक लोग इसका आनंद ले, इसलिए एयर मॉडलिंग शो का आयोजन गोपाल मैदान में किया गया।
इस शो में प्लेन नाइट्रो इंजन, टरबाइन इंजन से लेकर इलेक्ट्रिक इंजन तक विभिन्न प्रकार के लगभग 12 मॉडलों के विमानों का प्रदर्शन किया गया। इसमें भाग लेने वाले आशुतोष पाणिग्रही का कहना है कि एयर मॉडलिंग शो में बच्चे यह सीखते हैं कि प्लेन कैसे उड़ाया जाता है और एवियशन इंडस्ट्री के लिए जेआरडी एक महत्वपूर्ण व्यक्ति थे। जिन्हें भारत का पहला लाइसेंस पायलट का मिला था।
वही छोटा बच्चा आदित्य का कहना है कि मैं आगे चलकर इस तरह के एयर मॉडल बनाऊंगा। एक अंकल ने बताया कि इसको बनाने में 12 साल का मेहनत लगा है।
वही सन्नी का कहना है कि हमने इसे हॉबी के रूप में शुरू किया था। हर साल आज के दिन इस को हम सेलिब्रेट करते हैं और इसका स्किल जो सीख लेता है, उसे नौकरी की कमी नहीं होती है।
वही पलाश पाल का कहना है कि पिछले 20 वर्षों से हमारा जमशेदपुर फ्लाइंग क्लब से रिश्ता है। हम अभी कोलकाता में ड्रोन टेक लैब से जुड़े हुए हैं। जो इसे बनाता भी है और इसे बेचता भी है।
इसके लिए भारत सरकार ने लाइसेंस लेना जरूरी कर दिया है। कोई भी व्यक्ति जो 10 प्लस टू हिसाब और अंग्रेजी लेकर पास है, उसे यह लाइसेंस प्रशिक्षण लेने पर मिल जाएगा। हर प्लेन या ड्रोन के वजन के अनुसार सब का लाइसेंस अलग-अलग होता है।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में जमशेदपुर के लोग शामिल हुए।