रांची । झारखण्ड
पहचान हमारी पलाश, महुआ और करम, गर्व से कहते हैं झारखण्डी हैं हम
समृद्ध आदिवासी जीवन दर्शन की झलकियों से होइये रुबरु, 9 – 10 अगस्त 2023 को आइये बिरसा मुण्डा स्मृति उद्यान, रांची।
प्रकृति के उपासकों की प्रकृति से जुड़ी अनूठी आदिवासी परंपरा का जीवंत दर्शन… “झारखण्ड आदिवासी महोत्सव-2023”
झारखण्ड की अपनी अलग ही परम्परा और संस्कृति है जिसे सहेजकर आज भी झारखंडवासी रखते हैं। नई पीढ़ी को इसी परम्परा और संस्कृति का जीवंत दर्शन कराने के लिए दिनांक 9 से 10 अगस्त बिरसा मुण्डा स्मृति उद्यान, रांची में आदिवासी महोत्सव मनाया जा रहा है। जहाँ समस्त झारखण्ड वासियों सहित देश के हरेक कोने से लोगों को आमंत्रित किया जा रहा है।
लोग झारखण्ड को जानें, समझे और प्रेम करें। क्योंकि झारखण्ड में रहने वाले आदिवासी बड़े ही सरल और मधुर बोलने वाले होते हैं। इनका रहन सहन भी बहुत ही साधारण होता है। प्रकृति के बड़े ही नजदीक रहने वाले ये लोग जल, जंगल और जमीन के आसपास ही पूरा जीवन सुखमय और भय मुक्त बिताते हैं। कला और संस्कृति में निपुण इनकी जीवन शैली देखने लायक है। तो आइये “झारखण्ड आदिवासी महोत्सव-2023” में। झारखण्ड की अनोखी दुनियां में।
“झारखंड आदिवासी महोत्सव 2023” झारखंड की सदियों पुरानी आदिवासी समाज की सांस्कृतिक विरासत को समझने और जानने के लिए पधारें आदिवासी महोत्सव में 9-10 अगस्त 2023 को, बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान, रांची, झारखंड।#JharkhandAdiwasiMahotsava pic.twitter.com/y05L3mMvwf
— PRD East Singhbhum (@PRDJSR) August 4, 2023