जमशेदपुर । झारखंड
सेंट्रल सिख गुरुद्वार कमेटी ने गुरप्रीत सिंह अंगराज को सिख इतिहास के पहले एशिया मुआय थाई चैंपियन बनने पर सम्मानित किया।
सेंट्रल सिख गुरुद्वार कमेटी के प्रधान भगवान सिंह , चेयरमैन शैलेंद्र सिंह एवं जनरल सेक्रेट्री अमरजीत सिंह जी ने गुरप्रीत सिंह अंगराज को सिख इतिहास के पहले एशिया मुआय थाई चैंपियन बनने पर बुकए देकर बधाई दी तथा शॉल और सरोपा पहना कर सम्मानित किया।
जमशेदपुर, झारखंड के रहने वाले गुरप्रीत सिंह उर्फ़ अंगराज ने 21 से 23 जुलाई से न्यू दिल्ली के इंटरनेशनल त्याग्रज स्टेडियम में आयोजित हुई। एशियन मुआय थाई चैरम्पियनशिप के फाइनलस में अपने पतिधावंधी को 15 सेकंड में नॉकआउट कर एशिया के ख़िताब को अपने नाम कर लिया। अंगराज जी ने हिंदुस्तान के इतिहास के सुनहरे पन्नो में अपना नाम दर्ज कर लिया है। वे एशिया के पहले सिख एशियन मुआय थाई चैंपियन बन चुके है।
इस एशियन मुआय थाई चैंपियनशिप में कज़ाख़िस्तान, अफ़ग़ानिस्तान, फ़िलीपींस, पाक़िस्तान, भारत, वियतनाम, म्यांमार, इंडोनेशियाई आदि देशों में भी भाग लिया।
अंगराज जी तुईलाडूँग्री टाटा कम्युनिटी सेंटर में एके एमएमए अकैडमी के नाम से सभी उम्र के बच्चो और बड़ो को मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स एमएमए और मुआय थाई की ट्रेनिंग भी देते है। और वे इस जीत का श्रेय अपने गुरू श्री कुलदीप सिंह जी अपने माता-पिताह और टाटा स्टील फाउंडेशन को देते है और आने वाले 6 महीनों में वे थाईलैण्ड जा कर प्रोफेशनल मुआय थाई चैंपियनशिप में भी भाग लेंगे।