जमशेदपुर | झारखण्ड
पोटका प्रखंड के कोवाली ग्राम की कुछ महिलाओं ने बुधवार के जनता दरबार में जिला दण्डाधिकारी-सह- उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री को जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र निबंधन में आ रही समस्याओं पर ध्यान आकृष्ट कराया था। महिलाओं की शिकायत थी कि सत्यापन के लिए ग्राम प्रधान द्वारा कई दिनों से टालमटोल किया जा रहा, जिसपर उपायुक्त ने गंभीरता से लेते ग्राम प्रधान के विरूद्ध विधि सम्मत कार्रवाई के निर्देश दिए थे। साथ ही जिला पंचायत राज पदाधिकारी एवं जिला सांख्यिकी पदाधिकारी को कैम्प मोड में समस्या के समाधान का निर्देश दिया गया था। इसी क्रम में आज कोवाली ग्राम पंचायत में विशेष कैम्प आयोजित कर छूटे हुए लोगों का जन्म-मृत्यु निबन्धन किया गया। कैम्प में जन्म-मृत्यु निबंधन हेतु 157 आवेदन, साथ ही निराश्रित पेंशन के 03 आवेदन प्राप्त हुए।
जिला दण्डाधिकारी-सह- उपायुक्त के निर्देशानुसार मौके पर राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं के संबंध में ग्रामीणों को जागरूक करते हुए इसका लाभ लेने के लिए प्रेरित किया गया। ग्रामीणों को बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने, बाल विवाह को रोकने तथा स्कूल ड्रॉप आउट की संख्या कम कर बालिकाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने के लिए चलाई जा रही सावित्री बाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, खेती-किसानी की तकनीकी जानकारी के लिए किसान पाठशाला, किसानों को आर्थिक सहायता के लिए केसीसी का लाभ, हड़िया दारू बेचना छोड़ स्वरोजगार से जुड़ने के लिए फुलो झानो आशीर्वाद योजना, स्वरोजगार के मौके उपलब्ध कराने हेतु मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना, बुजुर्ग, निराश्रित को आर्थिक सहयोग के लिए सर्वजन पेंशन, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने तथा रोजगार का विकल्प के रूप में मुख्यमंत्री पशुधन योजना, छात्रवृत्ति तथा राज्य सरकार की अन्य जनहितकारी योजनाओं के संबंध में जानकारी दी गई ताकि वे इनका लाभ ले सकें।