जमशेदपुर | झारखण्ड
जिले में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम का जिला स्तरीय शुभारम्भ उप विकास आयुक्त श्री मनीष कुमार के द्वारा सुंदरगढ़ के नंदूप आंगनबाड़ी केंद्र मे बच्चों को एल्बेंडाजोल की दवा खिला कर किया गया। जिले में 01 से 19 वर्ष तक के 09 लाख 34 हजार 417 बच्चों और किशोर-किशोरियों को एल्बेंडाजोल की गोली खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रखंड बेहरागोड़ा में 69650, चाकुलिया में 53610, धालभुमगढ़ में 44783, डुमरिया में 28571, गोलमुरी जुगासलाई में 497771, घाटशिला में 60655, मुसाबनी में 44403, पटमदा में 75600 और प्रखंड पोटका में 97389 बच्चों को कृमि मुक्ति के दवा खिलाई जाएगी।
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त ने बताया कि स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के नेतृत्व में महिला एवं बाल विकास विभाग और शिक्षा विभाग के सक्रिय सहयोग से राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम चलाया जा रहा है। उन्होंने कार्यक्रम में शामिल सभी प्रथम सेवा प्रदाताओं को जिले में आयोजित किए जा रहे डिवर्मिंग कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। साथ ही माता-पिता और अभिभावकों से अपील किया कि वे स्वयं सुरक्षा दिशा निर्देशों का पालन करते हुए कृमि मुक्ति कार्यक्रम के दौरान प्रथम सेवा प्रदाताओं को अपना पूरा सहयोग प्रदान करें। उन्होंने मिशन इन्द्रधनुष में किए गए अच्छे प्रदर्शन की तरह ही कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम में और भी बेहतर प्रदर्शन करने की बात कही जिससे कि अभियान के तहत ज्यादा से ज्यादा बच्चों को कृमि मुक्त किया जा सके। साथ ही उन्होंने बताया कि मॉप अप दिवस 29 सितंबर को आयोजित किया जाएगा।
कृमि दिवस–जानकारी
कृमि परजीवी मनुष्य के आंत में रहते हैं और जीवित रहने के लिए मानव शरीर के जरूरी पोषक तत्व को खाते हैं । कृमि संक्रमण भारत में एक प्रमुख जन स्वास्थ्य समस्या है और ये बच्चों और किशोरों की शारीरिक, मानसिक और शैक्षणिक विकास पर हानिकारक प्रभाव डालते हैं। इनसे एनीमिया और कुपोषण का भी खतरा है । नियमित डिवर्मिंग बच्चों और किशोरों में कृमि के संक्रमण को समाप्त कर, उनके शारीरिक और संज्ञानात्मक विकास में योगदान कर सकता है और साथ ही जीवन की गुणवत्ता में सुधार कर सकता है। एल्बेंडाजोल डब्ल्यू.एच.ओ द्वारा अनुमोदित दवा है जिसका उपयोग पूरे विश्व में बच्चों और किशोरों में आंत के कृमि संक्रमण को रोकने के लिए किया जाता है। छोटे बच्चों में एल्बेंडाजोल टैबलेट का सेवन ठीक से चूर करके किया जाना है। कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम के तहत 6 से 19 वर्ष तक के बच्चों को स्कूलों में जाकर दवा खिलाई जाएगी। 1 से 2 साल के बच्चों को एल्बेंडाजोल की आधी गोली, 2 से 3 तक साल के बच्चों को एक गोली, 3 से 19 साल के बच्चों को एक गोली खिलाना है।