जमशेदपुर | झारखण्ड
आज भाजपा संकल्प यात्रा की सहारे अपनी ज़मीन तलाश रही है। भाजपा की अंदरूनी गुटबाज़ी तो चरम सीमा पर थी परन्तु इस यात्रा में गुटबाजी साफ देखने को मिला। यह संकल्प यात्रा नहीं फ्लॉप यात्रा थी।
जिस तरह झारखन्ड की जनता ने भाजपा को नकार दिया एवम भाजपा का सूपड़ा साफ किया उसी तरह 2024 में जनता ने इस केंद्र सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए कमर कस ली है। पिछले नौ वर्षो में गरीब और गरीब हो रहा है। 25% मध्यम वर्ग गरीबी रेखा के नीचे आ गए। भाजपा शाशित राज्य में कुशासन चरम सीमा पर है और देश की जनता विकास को खोज रही है।
मरांडी जी के बड़ बोले पन से लगाता है की उन्हें संकल्प यात्रा की नहीं मनोचिकित्सा की अवशयता है।