जमशेदपुर | झारखण्ड
विभिन्न मंदिरों के पुजारी, पूजा समिति सदस्य, श्रद्धालु बड़ी संख्या में उपस्थित थे. विधायक सरयू राय ने कहा मंदिर परिसर में शंखनाद से बाधक तत्वों से मुक्ती मिलेगी. मंदिर का जीर्णोद्धार कर भगवान लक्ष्मीनारायण का भव्य विग्रह स्थापित होगा.
जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय के पहल पर गोलुमरी केबुल टाउन स्थित वर्षों से अधुरे पड़े मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए सामुहिक शंखनाद हुआ. शहर के विभिन्न मठ-मंदिरों से आए पुरोहितों, पुजा समितियों, पुजारियों, श्रद्धालुओं, सनातन धर्म प्रेमियों ने बड़ी संख्या में उपस्थित होकर मंदिर में कथित तौर पर रहने वाली बाधक शक्तियों को अनुकूल हो जाने तथा परिसर से विमुक्त जाने के लिए एकसाथ शंखनाद किया. शारदिय नवरात्र के तीसरे दिन माँ चंद्रघंटा से एवं मंदिर के निकट स्थित हनुमान जी के मंदिर में पूजा-अर्चना कर सभी लोगो ने सामुहिक रूप से शंखनाद किया. शंख की पवित्र ध्वनी से मंदिर का पुरा वातावरण गुंज उठा.
श्री राय ने कहा की यह मंदिर 25 वर्ष पुराना है. कतिपय कारणों से मंदिर का निर्माण पुरा नहीं हो पाया. इस मंदिर को लेकर तरह-तरह की भ्रांति फैलाई गई. केबुल कंपनी भी दिवालिया घोषित हो गयी और मंदिर का निर्माण अधुरा रहा गया. इन वर्षो में मंदिर के पुरे परिसर में झाड़ उग गया. श्री राय ने कहा की मंदिर के निर्माण को लेकर उनके मन में कई दिनों से जिज्ञासा थी. जिसके बाद उन्होनें पुरे देश के कई महान संतो से इस संबंध में विचार किया. सभी मंदिर निर्माण के पक्षधर थे. मंदिर में भगवान लक्ष्मीनारायण का विग्रह विराजमान किया जाएगा और भगवान विषणु के सभी अवतारों को यहाँ स्थापित किया जाएगा.
इस स्थान को एक वैष्णव स्थान बनाया जाएगा और जमशेदपुर के लिए एक भव्य दर्शनीय स्थल होगा. आज शंख की पावन ध्वनी से मंदिर में मौजूद बाधक तत्वों को संदेश पहुँचाया गया है की वे अनुकूल अथवा शांत हो जाए.
कार्यक्रम में जूना अखाड़ा के केन्द्रीय उपाध्यक्ष विद्यानंद सरस्वती, जंबू वाले बाबा एवं अभिषेक पाठक जी पूरी टीम के साथ, पंडित बिनोद पाण्डेय, पंडित धनजी पाण्डेय सहित पंडितगण, क्षत्रिय समाज के प्रदेश अध्यक्ष शंभु सिंह, समाजसेवी शिव शंकर सिंह, अमरप्रीत सिंह काले, निर्मल झा, अनिल ठाकुर, विपिन शुक्ला, साकेत कुमार, मुन्ना सिंह, अभय सिंह, वाई पी सिंह, प्रताप कुमार यादव, पप्पु यादव, राजेश सिंह बम, सतीश सिंह, विश्व हिन्दू परिषद के मंत्री चंद्रिका भगत, उपाध्यक्ष मनीष हिंदुस्तानी,, डाॅ भोला लोहार, चंदन दास, राजेश सिंह, शैलेश सिंह, समरेश सिंह, भावेश कुमार, झूलन ठाकुर, नंद किशोर सिंह, उमेश सिंह, रोहित आनंद, सुशील सिंह, रामनारायण शर्मा, सुबोध श्रीवास्तव, हरेराम सिंह, कुलविंदर सिंह पन्नू, मनोज सिंह उज्जैन, सुधीर सिंह, अजय श्रीवास्तव, आकाश साह, चंद्रशेखर राव, वंदना नामता, विकास गुप्ता, राजेश कुमार, अमित शर्मा, मंजू सिंह, कैलाश झा, आसीम पाठक, विनोद राय, विनोद यादव, विनोद राय, शंकर कर्मकार, विजय नारायण सिंह, चार्ली लाजरस, दुर्गा राव, बरूण सिंह, किरण सिंह, पुतुल सिंह, मिस्टु सोना, रंजीता राय, पिंकी विश्वास, अनिकेत सावरकर, शमशाद खान, प्रसंजीत सिंह, प्रेम सक्सेना, अमन सिंह, दीपू ओझा, राजू सिंह, संजीव कामत, विकास कुमार रजक, बबलू कुमार, विकास सिंह सहित, सुनीता सिंह, आरती मुखी, डी मणि, पूनम, रेखा, सीता सिंह भारी संख्या में श्रद्धालुगण मौजुद थे.