झारखंड
📌 पोस्टर फाड़ने की घटना निंदनीय: निशान सिंह

🔍 चार-सदस्यीय समिति करेगी निष्पक्ष जांच | स्कूल को रखा जाएगा अलग
जमशेदपुर, 6 मई 2025: साकची गुरुद्वारा कमेटी चुनाव को लेकर एक अप्रिय घटना ने गुरुद्वारा बस्ती के माहौल को गरमा दिया है। निवर्तमान प्रधान सरदार निशान सिंह ने इस मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि पूर्व प्रधान सरदार हरविंदर सिंह मंटू एवं उनके समर्थकों का पोस्टर फाड़ा जाना अत्यंत निंदनीय है। साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस घटना की निष्पक्ष जांच जरूरी है, न कि केवल भावनाओं में बहकर आरोप-प्रत्यारोप।
🏫 बच्चे पर आरोप, शिक्षक पर शक — पर सच्चाई क्या है?
सरदार निशान सिंह के अनुसार, पोस्टर फाड़ने की घटना में गुरु नानक मध्य विद्यालय के एक बच्चे की संलिप्तता की बात सामने आ रही है। उन्होंने कहा कि “1937 से स्थापित यह स्कूल कभी भी चुनावी राजनीति या व्यक्तिगत प्रतिद्वंद्विता में नहीं पड़ा है।”
उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि “क्या बच्चा वास्तव में किसी शिक्षक के कहने पर पोस्टर फाड़ा? या उसने स्वेच्छा से ऐसा किया? या किसी के उकसावे में आकर?” — इन सभी सवालों के उत्तर सिर्फ निष्पक्ष जांच से ही सामने आ सकते हैं।
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📣 मीडिया से पहले जांच जरूरी थी: निशान सिंह की नाराजगी
निशान सिंह ने यह भी कहा कि बच्चे को गुरुद्वारा कमेटी के सामने लाने के बजाय मीडिया के सामने प्रस्तुत करना और फिर सीधे थाने ले जाना, उचित नहीं था। इस तरह की कार्यप्रणाली से बच्चे की मानसिक स्थिति और स्कूल की गरिमा को आघात पहुंचा है।
🕵️ चार सदस्यीय समिति करेगी जांच | स्कूल कमेटी रहेगी अलग
घटना की गंभीरता को देखते हुए चार सदस्यीय जांच समिति गठित की गई है, जो इस पूरे प्रकरण की गहराई से और निष्पक्षता से जांच करेगी।
सरदार निशान सिंह ने यह भी स्पष्ट किया कि स्कूल कमेटी को इस जांच प्रक्रिया से पूरी तरह अलग रखा जाएगा, ताकि जांच पर कोई पक्षपात या दबाव का आरोप न लगे।
✍️ चुनाव में स्वाभाविक है पक्ष-विपक्ष, पर संयम जरूरी
निशान सिंह ने अंत में यह कहा कि “गुरुद्वारा चुनावों में स्वाभाविक रूप से पक्ष और विपक्ष बनते हैं, लेकिन संस्थानों और बच्चों को इसमें नहीं घसीटना चाहिए।” उन्होंने सभी पक्षों से संयम बरतने और सामाजिक सौहार्द बनाए रखने की अपील की है।
🕊️ संपर्क में रहे, जांच पूरी होने तक कोई निष्कर्ष न निकालें – यही समाज की परिपक्वता है।