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🚨 बगोदर के घाघरा गांव में धर्म परिवर्तन की कोशिश नाकाम, ग्रामीणों की सतर्कता से मामला खुला

📍 स्थान: घाघरा गांव, बगोदर थाना क्षेत्र, गिरिडीह
✨ मुख्य बिंदु:
- बगोदर थाना क्षेत्र के घाघरा गांव में एक घर में धर्म परिवर्तन को लेकर बैठक हो रही थी
- ग्रामीणों की सतर्कता से समय रहते योजना हुई विफल
- पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कई लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया
- मौके से धार्मिक ग्रंथ भी बरामद
- बजरंग दल के संयोजक चंदन महतो और ग्रामीण कौशल्या देवी ने दी जानकारी
घटना का विवरण:
गिरिडीह जिले के बगोदर थाना क्षेत्र के घाघरा गांव से धर्म परिवर्तन से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। जानकारी के अनुसार, गांव के एक घर में हिंदू धर्म से ईसाई धर्म में परिवर्तन को लेकर एक गुप्त बैठक चल रही थी। बैठक में रांची और हजारीबाग से आए कुछ लोग स्थानीय निवासियों को धर्म परिवर्तन के लिए समझाने-बुझाने का प्रयास कर रहे थे।
हालांकि, ग्रामीणों को इस गतिविधि की भनक लग गई। ग्रामीणों ने तत्काल एकजुट होकर संबंधित घर को घेर लिया और वहां मौजूद लोगों से पूछताछ शुरू कर दी। इसके बाद बगोदर थाना पुलिस को सूचना दी गई।
सूचना मिलते ही बगोदर थाना प्रभारी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और वहां मौजूद सभी लोगों को पूछताछ के लिए थाना ले जाया गया। पुलिस को मौके से कई धार्मिक ग्रंथ भी बरामद हुए हैं, जिनका इस्तेमाल धर्म परिवर्तन के लिए किया जा रहा था।
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🎙️ चश्मदीदों और संगठन की प्रतिक्रिया:
बजरंग दल के संयोजक चंदन महतो ने इस घटनाक्रम पर कहा:
“घाघरा गांव में सुनियोजित तरीके से धर्म परिवर्तन का प्रयास किया जा रहा था। ग्रामीणों की सतर्कता और समय पर पुलिस कार्रवाई से यह प्रयास विफल हो गया है। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।“
वहीं स्थानीय महिला कौशल्या देवी ने बताया:
“गांव के शांत वातावरण में इस तरह का कृत्य बेहद निंदनीय है। हमें अपने धर्म पर गर्व है और इस प्रकार का प्रलोभन या दबाव हमें स्वीकार नहीं।“
📌 पुलिस की कार्रवाई:
पुलिस फिलहाल हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ कर रही है। थाना प्रभारी ने बताया कि पूरे मामले की गहन जांच की जाएगी और यदि धर्म परिवर्तन कराने के प्रयास के पर्याप्त सबूत मिले तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
📝 निष्कर्ष:
यह घटना दिखाती है कि किस तरह ग्रामीण क्षेत्रों में भी सतर्कता और जागरूकता की आवश्यकता है ताकि ऐसे संवेदनशील मामलों में समय रहते हस्तक्षेप किया जा सके। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस और प्रशासन का सजग रहना अत्यंत आवश्यक है। अब देखने वाली बात होगी कि पुलिस इस मामले में क्या कदम उठाती है और दोषियों को क्या सजा दिलाती है।