राँची | झारखण्ड
मुख्य बिंदु :
स्वर्णरेखा और हरमू नदी प्रदूषण मामले में स्वर्णरेखा प्रदूषण मुक्ति अभियान हस्तक्षेप याचिका हाईकोर्ट में दाखिल करेगी
स्वर्णरेखा एवं हरमू नदी को प्रदूषण मुक्त करने के लिए धर्मेंन्द्र तिवारी, तपेश्वरी केशरी, आशीष शीतल मुण्डा संयोजक नियुक्त
स्वर्णरेखा प्रदूषण मुक्ति अभियान अगले छः माह के लिए कार्ययोजना करेगी तैयार _____________________________
दामोदर बचाओ आंदोलन के अध्यक्ष एवं झारखण्ड विधानसभा के माननीय सदस्य, सरयू राय के नेतृत्व में युगांतर भारती, स्वर्णरेखा प्रदूषण मुक्ति अभियान और नेचर फाउंडेशन के तत्वावधान में आज एक संयुक्त बैठक डोरंडा स्थित आवास में हुआ। विदित हो कि सरयू राय के संरक्षण में दामोदर, स्वर्णरेखा, हरमू नदी तथा अन्य जलस्रोतांे का संरक्षण, संवर्द्धन और उन्हें प्रदूषण से मुक्त करने के लिए सतत् जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
बैठक में सर्वसम्मति से स्वर्णरेखा प्रदूषण मुक्ति अभियान को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए उसे तीन भागों में बांटते हुए उसके संयोजकों को मनोनीत किया गया है।
पहला भाग इसके उद्गम स्थल रानीचुआँ, नगड़ी, रांची से लेकर हटिया डैम तक (संयोजक – तपेश्वर केशरी)।
दूसरा भाग हटिया डैम से 21 महादेव मंदिर, चुटिया, रांची (हरमू और स्वर्णरेखा के संगमस्थल) तक (संयोजक – धर्मेंन्द्र तिवारी)।
तीसरा भाग 21 महादेव मंदिर, चुटिया, रांची से गेतलसूद डैम तक (संयोजक – आशीष शीतल मुण्डा)।
बैठक में तय किया गया कि अगले छः महीने के लिए एक कार्ययोजना बना कर तद्नुसार कार्य किया जायेगा। जिसके तहत जन-जागरूकता अभियान, पद यात्रा, नदी के नमूने का विश्लेषण, पूर्व के प्रयासों एवं कार्यों की चित्र-प्रदर्शनी, स्कूली बच्चों द्वारा निबंध लेखन, वाद-विवाद तथा चित्रकारी आदि किया जायेगा।
श्री राय ने बताया कि हरमू नदी जो राँची की जीवनधारा है, उस पर हो रहे अमानवीय अत्याचार के खिलाफ माननीय उच्च न्यायालय झारखंड ने स्वतः संज्ञान लिया गया है और नदी के पुनर्जीवन हेतु गंभीर है। इसी क्रम में आज की बैठक में निर्णय लिया गया कि उसमें एक अंतरवर्ती आवेदन (हस्तक्षेप याचिका) स्वर्णरेखा प्रदूषण मुक्ति अभियान की ओर से दायर किया जाएगा।