प्रेरणादायक कहानी वूमेन डे पर स्पेशल: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर हम आपको एक ऐसी महिला की कहानी बताने जा रहे हैं, जिसने अपनी जिंदगी में असहनीय दर्द, धोखा और संघर्ष झेला, लेकिन हार मानने के बजाय अपनी तकदीर खुद लिखी। यह कहानी है यूट्यूबर अलका जयसवाल की, जिन्होंने एक बिखरी हुई जिंदगी को फिर से संवारकर मिसाल कायम की।
शादी के बाद टूटा हर सपना
अलका ने भी हर लड़की की तरह शादी के सपने देखे थे। परिवार ने पूरी जांच-पड़ताल कर उनकी शादी एक मर्चेंट नेवी में कार्यरत युवक से करवाई। लेकिन शादी के चंद दिनों बाद ही उनके जीवन का सबसे कड़वा सच सामने आया।
उन्हें पता चला कि उनके पति की नौकरी फर्जी थी। उसकी शैक्षणिक डिग्री जाली थी और उम्र भी झूठी बताई गई थी। यहां तक कि जिस घर में अलका की विदाई हुई, वह भी उनका नहीं था। इन सबके बावजूद अलका ने अपनी शादी को बचाने की पूरी कोशिश की।
प्रेग्नेंसी में संघर्ष और अकेलापन
शादी के कुछ महीनों बाद अलका गर्भवती हुईं, लेकिन यह समय उनके लिए सबसे कठिन साबित हुआ। पति और ससुरालवालों ने उनकी कोई देखभाल नहीं की। जब उन्होंने आर्थिक मदद मांगी, तो “मायके चले जाओ” कहकर उन्हें टाल दिया गया।
डिलीवरी से पहले ही पति ने उनका साथ छोड़ दिया। हालत इतनी खराब थी कि 41,000 रुपये का अस्पताल का बिल तक मायकेवालों को भरने पड़े।
दर-दर की ठोकरें और आत्महत्या का ख्याल
अलका ने अपनी सबसे दर्दनाक रात को याद करते हुए बताया कि जब वह 8 महीने की गर्भवती थीं, तो उन्हें ससुराल से निकाल दिया गया। वह सिर्फ 5 रुपये के सिक्के के साथ, बिना चप्पल और सिर्फ एक नाइटी पहने सड़कों पर भटक रही थीं।
उनके दिमाग में आत्महत्या का ख्याल आने लगा। वह सोचने लगीं कि क्या भीख मांगकर जिंदा रहें या मौत को गले लगा लें। लेकिन इसी निराशा के बीच, उन्होंने फैसला किया कि वह लड़ेंगी और अपनी तकदीर खुद लिखेंगी।
नई शुरुआत और सफलता की राह
अलका ने अपने हालात से हार मानने के बजाय खुद को संभाला। उन्होंने बैंकर के रूप में करियर बनाया और यूट्यूब तथा सोशल मीडिया पर भी अपनी पहचान बनाई। उन्होंने खुद को इतना मजबूत बनाया कि अब वे एक प्रेरणादायक शख्सियत बन चुकी हैं।
उन्होंने कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया और “सुपरमॉम” से लेकर “मिस गोरखपुर” तक का खिताब जीता।
दूसरी शादी और खुशहाल जिंदगी
अलका ने बाद में दूसरी शादी की और अब अपने पति के साथ खुशहाल जीवन बिता रही हैं। उन्होंने साबित कर दिया कि अगर इरादे मजबूत हों, तो कोई भी हालात आपको तोड़ नहीं सकते।
प्रेरणा देने वाली कहानी
अलका की यह कहानी उन सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा है, जो मुश्किल हालातों से गुजर रही हैं। उन्होंने दिखाया कि एक महिला अगर ठान ले, तो वह किसी भी तूफान से निकल सकती है और अपनी दुनिया खुद बना सकती है।
इस महिला दिवस पर, हम अलका जयसवाल जैसी मजबूत महिलाओं को सलाम करते हैं!