जमशेदपुर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2047 के विकसित भारत की संकल्पना का प्रतिबिंब है रेडिएंट झारखंड प्रदर्शनी. उक्त बातें जमशेदपुर के सांसद विद्युत बरन महतो ने गुरुवार को प्रदर्शनी के उद्घाटन के मौके पर मीडिया को संबोधित करते हुए कही. यह प्रदशर्नी झारखंड की धरती पर जमशेदपुर में पहली बार आयोजित हुआ है. प्रदर्शनी में हर वर्ग के लिए बहुत सारी जानकारी उपलब्ध है. युवा वर्ग के लिए जहां शिक्षा में नए कोर्स व विषय के साथ ही रोजगार के अवसर के साथ ही शिक्षा के लिए मिलने वाले लोन से संबंधित की जानकारी मिलेगी. वहीं किसानों के लिए कृषि से संबंधित हर प्रकार की जानकारी उपलब्ध है. सांसद ने श्री महतो ने कहा कि रेडिएंट झारखंड प्रदर्शनी केंद्र सरकार द्वारा जन कल्याण के लिए चलायी जा रही समस्त योजनाओं को प्रदर्शित करता है. या कहें तो यह प्रदर्शनी समग्र को को समेटे हुए है.
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इससे पूर्व सांसद बिद्युत बरन महतो ने फीता काट कर प्रदर्शनी का विधिवत उद्घाटन किया. तत्पश्चात प्रदर्शनी में लगे सभी स्टॉल का एक-एक करके अवलोकन किया. प्रदर्शनी के पहले दिन विभिन्न कॉलेज व स्कूलों के लगभग 2500 विद्यार्थियों ने अवलोकन किया. वहीं कोल्हान के अलग-अलग क्षेत्रों से भी लोग प्रदर्शनी देखने पहुंचे.
कार्यक्रम को इन लोगों ने भी किया संबोधित
इस अवसर पर प्रमुख रुप से आरवीएस कॉलेज के प्राचार्य आरके तिवारी, अर्का जैन यूनिवर्सिटी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर डॉ. एसएस रज्जी, राबिया इंस्टीट्यूट के चेयरमेन जावेद अख्तर, सीआईएसआर एनएमएल के निदेशक डॉ. संदीप घोष चौधरी, जीएसआई के डेप्यूटी डायरेक्टर अरवौरी विश्वप्रिया, डीएफसीसीआईएल के असिस्टेन्ट जनरल मैनेजर लव शुक्ला, विजुअल मिथ्स की संचालिका मीतू पाल गुप्ता मुख्य रुप से उपस्थित थे. सभी ने शहर में पहली बार आयोजित इस प्रदर्शनी की तारीफ की. कहा सरकार की योजनाओं की जानकारी के साथ-साथ यहां ज्ञानवर्धक जानकारियां भी लोग प्राप्त कर रहे हैं.
इससे पहले कार्यक्रम का शुभारंभ श्रुती चौधरी ने गणेश वंदना नृत्य पेशकर किया. स्वागत भाषण मीतू पाल गुप्ता ने एवं धन्यवाद ज्ञापन विजुअल मिथ्स के संचालक वनिश गुप्ता ने किया. जबकि संचालन उदय चंद्रवंशी ने किया.
कार्यक्रम के सफल बनाने में इनका रहा योगदान
कार्यक्रम को सफल बनाने में ज्योतिका खुराना, विशाल मालिक, विनोद कुमार, संतोष पवार, अमीषा सक्सेना, आदिती सक्सेना, अनिशा यादव, मोहम्मद अफजल, दत्ता थोरे, किंजल गांधी ने महत्वपूर्ण योगदान किया.
जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के स्टॉल पर उमड़ी लोगों की भीड़
प्रदर्शनी में जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के द्वारा लगाए गए स्टॉल पर डायनासोर के अंडे और पांच लाख वर्ष पूराना मानव जाति के शुरुआती अवशेष को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के झारखंड यूनिट के सहायक निदेशक अरवौरी विश्वप्रिया ने बताया कि पूरे देश में मिलने वाले खनिज का लगभग 40 प्रतिशत झारखंड में मिलता है. यहां सभी प्रकार के खनिज मिलते है. उन सभी खनिजों को प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया गया.