आदित्यपुर: ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर (AIUTUC) द्वारा अखिल भारतीय मांग सप्ताह की शुरुआत 11 से 17 फरवरी 2025 तक मजदूरों के अधिकारों की लड़ाई के लिए की गई है। यह आंदोलन 11 फरवरी, मंगलवार, सुबह 11:00 बजे से रोड नंबर 4, आदित्यपुर-2 में नौकर सभा के माध्यम से प्रारंभ किया गया।
वक्ताओं द्वारा उठाई गई प्रमुख मांगे:
सभा के दौरान नेताओं ने मजदूरों की समस्याओं को लेकर निम्नलिखित प्रमुख मांगों को रखा:
- श्रम विरोधी चारों श्रम संहिताओं को रद्द किया जाए।
- स्थायी प्रकृति के कार्यों में ठेकेदारी प्रथा को समाप्त किया जाए।
- स्कीम वर्करों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए और सामाजिक सुरक्षा प्रदान की जाए।
- आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र सहित झारखंड के सभी औद्योगिक क्षेत्रों में ईएसआई (ESI) और पीएफ (PF) की सुविधा अनिवार्य रूप से लागू की जाए।
- बढ़ती बिजली दरों और स्मार्ट प्रीपेड मीटर को रद्द किया जाए।
- सभी स्कीम वर्करों को सेवानिवृत्ति के समय एकमुश्त ₹5 लाख की राशि दी जाए।
इनके अलावा, कुल 25 सूत्रीय मांगों को लेकर देशव्यापी आंदोलन का आह्वान किया गया।
सभा में नेताओं और मजदूरों की भागीदारी:
इस नुक्कड़ सभा में बड़ी संख्या में मजदूरों की उपस्थिति रही। प्रमुख रूप से आशीष कुमार धर, विशाल वर्मन, संजय यादव, संतोष कुमार, चंदन मित्रा, तारा मुखी, अवधेश सिंह, रोहित शर्मा, अनारस तिवारी, बिपिन कुमार सिंह, राजकुमार राय, पप्पू मुखी और लिली दास सहित कई मजदूर साथी शामिल रहे।
AIUTUC ने मजदूरों के अधिकारों की रक्षा और उनकी मांगों को लागू करवाने के लिए राष्ट्रव्यापी आंदोलन जारी रखने की घोषणा की।