जमशेदपुर। सद्भावना मंच जमशेदपुर सभी धर्मों के लोगों के बीच मानवता, भाईचारा, अखलाक, मोहब्बत, इंसानियत, आपसी तालमेल और एक खुशहाल समाज की कल्पना को साकार करने के उद्देश्य से विशेष कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। वर्तमान समय में, तेज़ भाग-दौड़ वाली ज़िंदगी और राजनीति की उठा-पटक के कारण समाज में नैतिकता की गिरावट देखी जा रही है। इस स्थिति को सुधारने और समाज में सौहार्द्र बनाए रखने के लिए यह कार्यक्रम रखा गया है।
इस कार्यक्रम के माध्यम से सभी धर्मों के जानकारों को एक मंच पर लाकर उनके विचार साझा करने का अवसर प्रदान किया जाएगा। सद्भावना मंच का मानना है कि इंसानियत ही सबसे बड़ा धर्म है और इसे बढ़ावा देने की आवश्यकता है।
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इस सिलसिले में 2 फरवरी को माइकल जॉन ऑडिटोरियम, बिस्टुपुर में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें हिंदू, बौद्ध, ईसाई, सनातन, सिख और इस्लाम धर्म के विशेषज्ञ अपने विचार साझा करेंगे। यह आयोजन समाज में सौहार्द्र और आपसी एकता को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
इस संदर्भ में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सद्भावना मंच के सदर फादर तुली, वाइस प्रेसिडेंट रविंद्र जी, कन्वीनर तोहिदुल हसन, शाहिद अख्तर, खुर्शीद इकराम, खालिद इकबाल, सुरजीत सिंह उपस्थित रहे।
इस मौके पर मंच के सदस्यों ने कहा कि “मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना, हिंदी हैं हम, वतन है हिंदुस्तान हमारा।”
इस विशेष आयोजन में समाज के सभी वर्गों से अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी की अपील की गई है ताकि एक बेहतर समाज के निर्माण में सभी का योगदान सुनिश्चित हो सके।