रांची, झारखंड : नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी (NIAMT), रांची में 18 और 19 दिसंबर 2024 को आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन (ICAFFT 2024) ने फाउंड्री और फोर्ज टेक्नोलॉजी में वैश्विक नवाचारों और अनुसंधान की दिशा में एक नया मील का पत्थर स्थापित किया। इस आयोजन का उद्देश्य विकसित भारत और विकसित झारखंड मिशन 2047 को ध्यान में रखते हुए धातु कास्टिंग, फोर्जिंग और स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग में नवीनतम रुझानों और चुनौतियों पर विचार-विमर्श करना था।
सम्मेलन की मुख्य उपलब्धियां
इस दो दिवसीय सम्मेलन में 8 देशों से 100+ प्रतिभागियों (ऑनलाइन और ऑफलाइन) ने हिस्सा लिया।
25+ आमंत्रित व्याख्यान: प्रमुख वक्ताओं जैसे प्रोफेसर बृज कुमार धिंदाव (आईआईटी खड़गपुर), डॉ. नागहनुमैया (निदेशक, सीएमटीआई बेंगलुरु), और प्रोफेसर राजीव अस्थाना (यूनिवर्सिटी ऑफ विस्कॉन्सिन, यूएसए) द्वारा।
यह भी पढ़ें : पटमदा प्लस टू हाई स्कूल के बच्चे शैक्षणिक भ्रमण के लिए पहुंचे मुरली पारामेडिकल एन्ड रिसर्च सेंटर।
11 तकनीकी सत्रों में 40 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए गए।
पैनल चर्चा: “फाउंड्री और फोर्ज उद्योग में भविष्य की प्रवृत्तियां और चुनौतियां” विषय पर विशेषज्ञों के विचार।
उद्घाटन सत्र की झलकियां
18 दिसंबर 2024 को आयोजित उद्घाटन सत्र में विभिन्न गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे:
- श्री संतोष कुमार गंगवार – मुख्य अतिथि, माननीय राज्यपाल, झारखंड
- श्री अरुण कुमार झा – विशिष्ट अतिथि, माननीय चांसलर, एनआईएएमटी रांची
- श्री शाम अर्जुनवाडकर – विशिष्ट अतिथि, पूर्व अध्यक्ष, गवर्निंग बोर्ड, एनआईएएमटी रांची
- प्रोफेसर डी.के. सिंह – विशिष्ट अतिथि, कुलपति, झारखंड यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी
- डॉ. सुव्रोकमल दत्ता – विशिष्ट अतिथि, राजनीतिक, आर्थिक और विदेश नीति विशेषज्ञ
- प्रोफेसर पार्थ प्रतीम चट्टोपाध्याय – निदेशक, एनआईएएमटी रांची
सम्मेलन की योजना और संचालन की जिम्मेदारी आयोजन समिति ने बखूबी निभाई। इस समिति के अध्यक्ष प्रोफेसर कमलेश कुमार सिंह और सह-आयोजकों, इंजीनियर महेश कुमार गुप्ता, प्रोफेसर मनोज कुमार, डॉ. हिमांशु खंडेलवाल और डॉ. विनीत चुक ने पूरे आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
उद्योग और शिक्षा जगत का सहयोग
सम्मेलन में प्रमुख उद्योग, शैक्षणिक संस्थानों और शोध केंद्रों ने सक्रिय भागीदारी की।
उद्योग: टाटा स्टील, भारत फोर्ज, रामकृष्ण फोर्जिंग्स, मैग्मा इंजीनियरिंग
शोध केंद्र: सीएमटीआई बेंगलुरु, सीएसआईआर-एनएमएल, मेकॉन लिमिटेड
शैक्षणिक संस्थान: आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी रुड़की, और त्सिंगहुआ यूनिवर्सिटी (चीन)
सांस्कृतिक कार्यक्रम और नेटवर्किंग अवसर
18 दिसंबर की शाम एक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम और नेटवर्किंग सत्र ने प्रतिभागियों को आपसी संवाद और सहयोग के अवसर प्रदान किए।
समापन और भविष्य की दिशा
19 दिसंबर 2024 को आयोजित समापन सत्र में श्री शाम अर्जुनवाडकर और श्री एस.के. वर्मा (सीएमडी, मेकॉन लिमिटेड) ने फाउंड्री और फोर्ज उद्योग के भविष्य के लिए मार्गदर्शन प्रस्तुत किया।
एनआईएएमटी के निदेशक प्रोफेसर पार्थ प्रतीम चट्टोपाध्याय ने कहा:
“आईसीएएफएफटी 2024 ने फाउंड्री और फोर्ज टेक्नोलॉजी में अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ वैश्विक और राष्ट्रीय विशेषज्ञों को एक मंच पर लाकर विचार-विमर्श और सहयोग को बढ़ावा दिया है।”
यह सम्मेलन फाउंड्री और फोर्ज उद्योग में उन्नति और सहयोग के नए आयाम स्थापित करने में सफल रहा।