जमशेदपुर। गुलमोहर हाई स्कूल ने अपने गौरवशाली 70 वर्षों का जश्न मनाने के लिए एक अनोखा और प्रेरणादायक “जमशेदपुर रीड्स लिटरेरी कार्निवल” आयोजित किया। इस कार्यक्रम में रचनात्मकता, स्थिरता और पढ़ने के आनंद का अनोखा संगम देखने को मिला। खास तौर पर कक्षा 1 से 8 तक के छात्रों के लिए डिज़ाइन किए गए इस कार्निवल ने हर उम्र के प्रतिभागियों को प्रेरित किया।
🌟 कार्यक्रम की विशेषताएं
📖 बुक फेयर विद अ कॉज़:
गुलमोहर हाई स्कूल के छात्रों द्वारा दान की गई पुस्तकों का विशेष संग्रह प्रदर्शित किया गया। इन पुस्तकों को खरीदने से प्राप्त आय वंचित बच्चों की शिक्षा में खर्च की जाएगी। हर किताब की खरीद ने शिक्षा के क्षेत्र में एक सार्थक योगदान दिया।
🎨 रचनात्मक कार्यशालाएं:
कार्यक्रम में कठपुतली बनाना, कॉमिक स्ट्रिप डिज़ाइन करना, स्टोरी मैपिंग और जादुई विचारों को गढ़ने जैसी कई रोमांचक गतिविधियों का आयोजन किया गया। इन कार्यशालाओं ने छात्रों को रचनात्मकता और नवाचार के नए आयामों से जोड़ा।
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🌱 स्थिरता का संदेश:
“बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट” दृष्टिकोण के माध्यम से पर्यावरण के प्रति जागरूक जीवनशैली का संदेश दिया गया। कार्यक्रम की हर गतिविधि में स्थिरता का यह संदेश अंतर्निहित था, जिससे छात्रों ने पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी सीखी।
🤝 सामुदायिक भागीदारी:
इस कार्निवल ने जमशेदपुर के विभिन्न स्कूलों को एक मंच पर लाकर पढ़ने की खुशी और कहानियों की जादुई दुनिया का जश्न मनाया।
गुलमोहर हाई स्कूल ने इस आयोजन के माध्यम से डिजिटल युग में पढ़ने की आदत को बढ़ावा देने, जिम्मेदार सोच विकसित करने और किताबों के प्रति प्रेम जगाने का सफल प्रयास किया। कार्निवल ने रचनात्मकता और सामुदायिक सहयोग का एक नया अध्याय लिखा।
📅 इस विशेष अवसर पर, जमशेदपुर ने पढ़ने और सीखने के जादू का उत्सव मनाया!