जमशेदपुर : एनआईटी जमशेदपुर में भारत के भविष्य के विकास के लिए दूरदर्शी थीम के साथ उद्योग अकादमिक कॉन्क्लेव का आयोजन 15 से 17 नवंबर 2024 केबीच आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में करीब 30 स्टाल लगे, जिसमें देश-विदेश के 60 संस्थान के प्रतिनिधि शामिल हुए। इस वर्ष कॉन्क्लेव का दूसरा संस्करण था।
इस कॉन्क्लेव में रामगढ़ इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग करके एक विकेंद्रीकृत मतदान प्रणाली का प्रदर्शन किया। इस परियोजना में सचिन साहू, सुमित झा, पिंटू कुमार प्रजापति, कृष्ण केशरी, और सूरज मोदक जैसे प्रतिभाशाली छात्रों ने योगदान दिया है।
परियोजना का उद्देश्य
इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक मतदान प्रणालियों में होने वाली कमियों को दूर करना और सुरक्षित, पारदर्शी और विश्वसनीय मतदान प्रणाली प्रदान करना है।
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कैसे काम करती है यह प्रणाली?
1. ब्लॉकचेन तकनीक पर आधारित: यह प्रणाली पारंपरिक केंद्रीकृत प्राधिकरण की जगह ब्लॉकचेन नोड्स के नेटवर्क में मतदान डेटा को वितरित करती है।
2. डेटा छेड़छाड़ असंभव: प्रत्येक वोट को ब्लॉकचेन पर एक अपरिवर्तनीय लेनदेन के रूप में दर्ज किया जाता है, जिससे परिणामों में हेरफेर असंभव हो जाता है।
3. मतदाता की गोपनीयता: क्रिप्टोग्राफ़िक तकनीकों का उपयोग कर मतदाताओं की गुमनामी सुनिश्चित की जाती है।
4. पारदर्शिता और सत्यापन क्षमता: यह प्रणाली चुनाव प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और सत्यापन योग्य बनाती है।
परियोजना का महत्व
विकेंद्रीकृत मतदान प्रणाली का विकास लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को अधिक सुरक्षित, कुशल और धोखाधड़ी मुक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह प्रणाली चुनाव प्रक्रिया में विश्वास बढ़ाने और हेरफेर की संभावनाओं को समाप्त करने में सहायक हो सकती है।
छात्रों की मेहनत सराहनीय
रामगढ़ इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों की यह पहल तकनीकी नवाचार का एक बेहतरीन उदाहरण है। उनकी यह परियोजना भविष्य में चुनाव प्रणाली को एक नई दिशा देने का वादा करती है।
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