जमशेदपुर, 8 नवंबर – झारखंड विधानसभा चुनावों में जामशेदपुर पश्चिम से निर्दलीय प्रत्याशी ओम प्रकाश आनंद ने आज प्रेसवार्ता में अपने प्रमुख मुद्दों को लेकर जनता से संवाद किया। ओ पी आनंद ने 1932 के खतियान को लेकर कड़े शब्दों में विरोध जताते हुए कहा कि यह नीति जामशेदपुर के लोगों के लिए घातक सिद्ध हो सकती है। उन्होंने कहा, “1932 खतियान के आधार पर स्थानीयता तय करने से जामशेदपुर की बहुसंख्यक जनता को नुकसान होगा। इसके खिलाफ आवाज उठाने का समय आ गया है, और इस लड़ाई को जनता को खुद लड़ना होगा।”
प्रेसवार्ता में उठाए गए मुख्य मुद्दे
ओम प्रकाश आनंद ने पांच प्रमुख मुद्दों पर अपनी बात रखी और जनता से समर्थन की अपील की।
पहला मुद्दा – 1932 खतियान का विरोध
आनंद का कहना है कि 1932 का खतियान स्थानीयता का पैमाना नहीं हो सकता। इससे जामशेदपुर के बाहरी मूल के लोगों को दिक्कतें होंगी। उन्होंने कहा कि यह नीति राज्य के सभी नागरिकों के लिए एक समान अवसर देने में असमर्थ है।
दूसरा मुद्दा – बहुसंख्यक का विधायक, अल्पसंख्यक का मेयर हो
आनंद ने सुझाव दिया कि जनसंख्या का सही प्रतिनिधित्व करने के लिए आवश्यक है कि बहुसंख्यक समुदाय के प्रतिनिधि को विधायक बनाया जाए जबकि अल्पसंख्यक समुदाय से मेयर का चयन हो, जिससे संतुलित प्रशासन हो सके।
तीसरा मुद्दा – शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार
उन्होंने स्कूल, कॉलेज और अस्पतालों की स्थिति पर चिंता जताई और कहा कि नए संस्थानों की स्थापना से ही क्षेत्र का विकास संभव है। उन्होंने बच्चों की शिक्षा और नागरिकों की स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया।
चौथा मुद्दा – CSR फंड का समुचित उपयोग
आनंद ने कहा कि जामशेदपुर के आसपास की बस्तियों का विकास होना चाहिए। इसके लिए कंपनियों के CSR फंड का सही इस्तेमाल करते हुए सफाई, जीवनस्तर, स्वास्थ्य और शिक्षा में सुधार करना आवश्यक है।
पांचवां मुद्दा – डीजल टेम्पू को प्रदूषण-मुक्त विकल्प में बदलना
डीजल टेम्पू की जगह प्रदूषण-मुक्त वाहनों का उपयोग करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने टेम्पू चालकों के हितों की रक्षा का आश्वासन भी दिया।
सत्ता का दुरुपयोग नहीं होने देंगे
ओम प्रकाश आनंद ने कहा कि वे उन नेताओं के खिलाफ हैं जो अपने पद का दुरुपयोग कर जनता का शोषण करते हैं। उन्होंने विश्वास दिलाया कि वे क्षेत्र की आवाज बनकर जनता के लिए लड़ते रहेंगे।