जमशेदपुर | झारखण्ड
आंग्ल वर्ष में वनभोज का आनंद मानो जैसे संस्कृति और प्रकृति का अद्भुत समन्वय माना जा सकता है। पारिवारिक समन्वय, परिचय, परस्पर सहयोग के साथ साथ सांगठनिक ताक़त को वनभोज के जरिये बढ़ाने के उद्देश्य से अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद जमशेदपुर का वार्षिक कार्यक्रम वनभोज सह सैन्य मिलन हुरलुंग टेल्को पिकनिक स्पॉट में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ, जिसमें भारी मात्रा मे पूर्व सैनिक, सैन्य मातृसक्ति एवं उनके परिवार सहित करीब 375 लोगो ने हिस्सा लेकर इस पिकनिक को अभूतपूर्व सफल बनाया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कोशिश एवम मुस्कान संस्थान के संरक्षक शिव शंकर सिंह एवम क्रीड़ा भारती से राजीव कुमार उपस्थित रहे।
पूर्व सैनिकों,बच्चों एवं महिलाओं के बीच खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ। दोपहर के भोजन के बाद तम्बोला का खेल हुआ। उसके बाद पुरस्कार वितरण हुआ। मुख्य अतिथि राजीव कुमार ने कहा कि परिषद् का कार्य सराहनीय है। राष्ट्र, समाज और सैनिकों के हित में किए गए कार्य से समाज में संगठन तेजी से बढ़ा है, वोही अपने संबोधन में शिव शंकर सिंह ने कहा कि समाजहित के घोष वाक्य को सबने जिस उत्साहपूर्वक और तन्मयता पूर्ण ढंग से सश्रम परिणित किया, वो समाज के लिए प्रेरणादायी है। अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद जमशेदपुर के प्रदेश उपाध्यक्ष पेटी ऑफिसर राजेश पांडे ने सभी को वनभोज का आनंद लेने को कहा एवं कहा कि यह कार्यक्रम सामाजिक जागरूकता एवं आपसी मेल भाव तथा स्वच्छ भारत कार्यक्रम के प्रति समर्पित रहा।
इस कार्यक्रम में हर वर्ग के बच्चों एवं उपस्थित मातृसक्तियो के लिए विभिन्न प्रकार के खेल का आयोजन किया गया।कार्यक्रम के संयोजक पेटी ऑफिसर कुंदन कुमार सिंह, हवलदार दया भूषण ने खेल विभाग का संचालन किया. परिचय सत्र के दौरान नए सदस्यों का स्वागत प्रतिनिधिगण द्वारा किया गया। नायब सूबेदार लालन कुमार, सूबेदार रंजीत सिंह, नायक सूबेदार मदन कुमार को नये सदस्य के रूप में संगठन के महामंत्री जितेंद्र सिंह एवं अध्य्क्ष विनय यादव ने स्वागत किया. कार्यक्रम में उत्कृष्ट भूमिका निभाने वाले एवं इस वनभोज को सफल बनाने सभी कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे को सम्मानित किया एवं बताया कि संगठन द्वारा अपने सदस्यों एवं उनके परिवार के लोगों के मनोरंजन हेतु प्रत्येक वर्ष वनभोज का आयोजन किया जाता है।
कार्यक्रम में युवा तरुणों एवं उपस्थित पूर्व सैनिक और मातृशक्ति के लिए इन आउट, जलेबी रेस, रिले रेस, बैलून रेस, म्यूजिकल चेयर, एवं तंबोला जैसे अद्भुत खेल खेलाया गया। तंबोला का संचालन पी शंकर, दीपक शर्मा एवम सार्जेंट उमेश ने शानदार तरीके से कर कर सबका आकर्षण खींच लिया।
इन प्रतियोगिता में विजेताओं को मुख्य अतिथियों ने प्रथम, द्वितीय, एवं तृतीय पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया। संगठन गीत अवदेश कुमार ने गाया।बच्चों द्वारा नृत्य,देशभक्ति कविता एवं गाने पेश किये गए।अंत में सभी पूर्व सैनिकों ने देशभक्ति गानों पर झूमकर वनभोज का समापन किया। धन्यवाद ज्ञापन सुखविंदर सिंह द्वारा किया गया।
प्रमुख सदस्य जो उपस्थित रहे:-
इस अवसर पर संस्थापक वरुण कुमार, कारगिल युद्धवीर एवं संगठन के मार्गदर्शक मानिक वर्धा, पूर्व सैनिक रनेश सरण अवधेश कुमार, संतोष कुमार सिंह , उमेश सिंह, बिरजू पंकज शर्मा, अमरिंदर शर्मा, राजेश, गौतम लाल, विजय, अनिल, सत्य प्रकाश, उमेश, दीपक शर्मा, सुखविंदर सिंह, हिरेश, सैन्य मातृसक्ति से मंजुला, पूनम, रूबी, कंचन, अनुपम, बीना, मधु, शर्मीला, बन्दना, स्वाति, अनीता, भावना, माधुरी ओझा, नीता, पूनम, पूजा रणेश शरण, रीना, रेखा, रिंकी, पिंकी, संगीता, सविंदर, शालिनी, स्वेता, टुंपा, आभा एवं अन्य उपस्थित रहे।
वनभोज के बाद पूर्व सैनिकों ने स्वछता अभियान चलाया
सबने सैन्य संस्कार के अनुरूप करके दिखाओं वाली प्रबंधन भावना को अपनाया और वंभोज के बाद स्वछता अभियान को मूर्त रूप दिया। हम सभी इसी समाज के हिस्से हैं और यह हमारा दायित्व है।